न्यूज डेस्क (श्री हर्षिणी सिंधू): देशभर में कोरोना संकट (Corona Crisis) तेजी से पांव पसार रहा है। हर जगह लाशों को ढ़ेर लगा हुआ है। कहीं कोई बदहवाश अस्पतालों में बेड के लिये दौड़ रहा है तो कोई ऑक्सीज़न सिलिंडर और रेमिडिसीवर टीके (Oxygen Cylinder and Remediver Vaccines) के लिये। इसी बीच छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के अन्तर्गत डोंगरगांव ब्लॉक से ऐसी तस्वीरें सामने आयी कि, इंसानियत का कलेजा कांप उठा। यहां स्थानीय प्रशासन (Local administration) की नाक के नीचे कोरोना संक्रमण के कारण मरे लोगों की लाशों को कचरे वाले गाड़ी में ढ़ोया जा रहा था। इस मामले की खुलासे के साथ राज्य में कोरोना संक्रमण के बदइंतजामों की कलई खुल गयी। इन बड़ी लापरवाही से स्थानीय अधिकारी भी पल्ला झाड़ते नज़र आये।
तस्वीरे में साफ देखा जा सकता है कि कुछ लोग पीपीई किट पहने कूड़े वाली गाड़ी से लाशों को उतार रहे है। इलाके में दो सगी बहनों समेत तीन लोगों की मौत कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से हो चुकी है। इसी के साथ ही एक शख़्स की मौत जिला अस्पताल में ऑक्सीजन ना मिलने के कारण हुई। सूबे में कई ऐसे में मामले सामने आये, जहां लोगों की जीते जी बेहतर इलाज़ नहीं मिल पाया और मरने के बाद के हालात बताने के लिये, ये तस्वीर ही काफी है। दूसरी ओर राज्य सरकार सब कुछ नियन्त्रण में होने का दावा करते हुए भिलाई स्टील कंपनी से ऑक्सीजन सिंलेंडर मंगवाने की बात रही है। सरकार भले ही कितने बड़े दावे कर ले, इन तस्वीर राज्य के ज़मीनी हालातों की पोल खोल कर रखी दी है।
इसी मुद्दे पर वरिष्ठ पत्रकार रोहित सरदाना ने ट्विट कर लिखा कि- छत्तीसगढ़ की तस्वीर है. लाश कूड़ा उठाने वाली गाड़ी में ढोई जा रही है! वैसे जो हालात हैं, उसमें सिस्टम की नज़र में ज़िंदा इंसान की हैसियत कौन सी कूड़े बेहतर रख छोड़ी गयी है?