न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): भले ही सोनू सूद (Sonu Sood) प्रवासी मजदूरों के लिए मसीहा बनकर उभरे लेकिन उन्होनें कभी खुद को उनका मसीहा नहीं माना। बीते शुक्रवार (16 अप्रैल 2021) को उनकी लाचारगी और बेबसी खुलकर सामने आयी। कोरोना संक्रमित रोगियों के लिए अस्पताल में बेड्स और दवाओं की व्यवस्था नहीं कर पाने पर उन्होनें अपनी असमर्थता जाहिर की।
पिछले साल लॉकडाउन के दौरान अपने इंसानियत भरे रवैये (Humane attitude) के लिए सुर्खियों में बने अभिनेता ने कई लोगों की जान बचायी थी। अब सोनू सूद लोगों से आगे आने और जरूरतमंदों की मदद करने की गुज़ारिश कर रहे है। उन्होनें ट्विट कर लिखा कि, सुबह से मैंने अपना फोन नीचे नहीं रखा है, पूरे देश के अस्पताल से हजारों लोगों के कॉल बेड्स, दवाइयों और इंजेक्शन के लिये आ रहे है। मैं कई लोगों तक मदद ना पहुँचा पाने में बेबसी महसूस कर रहा हूँ। मुझे काफी लाचारगी (Helplessness) महसूस हो रही है। हालात काफी डरावने है। कृपया घरों में ही रहें, मास्क पहनें और खुद को इंफेक्शन से बचाये।
कुछ मिनटों बाद उन्होनें एक और ट्विट कर लिखा कि, अभी जो मैनें ट्विट किया, मैं उस पर अभी भी कायम हूँ। मुझे यकीन है कि हम एक साथ मिलकर कई और ज़िन्दगियां बचा सकते हैं। ये वक़्त किसी पर इल्ज़ाम लगाने का नहीं बल्कि जरूरतमंदों के लिए आगे आने का है। इसमें हमें आपकी मदद की दरकार होगी। उन लोगों की मेडिकल जरूरतें पूरी करने की कोशिश करें, जिन्हें इनकी सख़्त जरूरत है। हमें उनके पास पहुँचना होगा। मैं हमेशा आप लोगों के साथ खड़ा हूँ। आइये मिलकर ज़िन्दगियों को बचायें।