कोरोना संक्रमण (Corona infection) का सीधा वार आपके फेफड़ों पर होता है। जहां ये बलगम (कफ) जमाकर फेफड़ों की कार्य प्रणाली को बुरी तरह बाधित करता है। मरीज की सांस उखड़ने लगती है। उसके फेफड़ों में लगातार ऑक्सीजन का स्तर गिरता जाता है। बेचैनी, तकलीफ और घबराहट काफी बढ़ जाती है। एक्स-रे और सीटी स्कैन रिपोर्ट में कफ के इन धब्बों (Mucus spots) को साफ देखा जा सकता है। ऐसे में हम आपको कुछ घरेलू उपाये बताने जा रहे है, अगर आप संक्रमण की चपेट में आ गये है, और आपके शरीर में ऑक्सीजन का स्तर घट रहा है तो आप इन उपायों को अपनाकर इस समस्या से निजात पा सकते है।
आयुर्वैदिक उपाय : जो आक्सीजन लेवल तुरन्त बढ़ायें
- छाती, गला और पीठ में गाय का घी या सरसों तैल या महानारायण तैल को गरम करके उसमें सैंधा नमक (पाउडर) एवं अमृतधारा 3-4 बून्द या Vicks vaporub या झण्डू बाम एक चुटकी डालकर गरम-गरम मालिश करना है। मालिश से पहले छाती में पसलियों के बीच उंगुली से रगड़ना है।
- अगर ये सब संभव नही तो मार्केट से Sallaki liniment (Gufic co.) 100ml का खरीद कर उसके ढक्कन को खोल, पिसा हुआ सैंधा नमक आधा चम्मच डालकर अच्छे से हिलाकर रख ले। फिर छाती एवं पीठ पर कम मात्रा में लगाये, इसमें counter irritants मिला हुआ है, इसलिये sensation बहुत होगा (बायें तरफ ह्रदय प्रदेश को छोड़कर लगाये) इसकी मालिश नही करनी है, सिर्फ लगाना है। फिर hot water bag या गरम पानी में कपड़ा भिंगोकर निचोड़े हुये कपड़े या hair dryer से सेकाई करनी है। पंखे की हवा से बचना है, चादर से ढंककर रहना है, तुरन्त आक्सीजन बढ़ जायेगा।
- गुदा-मार्ग (Anus) में सरसों तेल या महानारायण तैल को एक cotton ball में डुबोकर बाहर-भीतर लगाना है। 4 से 6 बार या फिर सुबह -दोपहर -शाम – रात में। खांसी का वेग तुरन्त कम होगा और आक्सीजन लेवल बढ़ेगा।
- लहसुन के छिले हुये कलियों की माला रोगी को पहनाये रखिये। इसकी उग्रगन्ध antiviral के साथ-साथ एक slow counter irritant का कार्य करता है।
- 3-4 बार भाप लेना है। अजवायन, एक चुटकी सैंधा नमक और पुदीन हरा drops डालकर।
- एक टब में गरम पानी में नमक डालकर दोनो पैर को उसमें रखकर 10-15 मिनट बैठना है।
- यष्टिमधु घनवटी (धन्वन्तरी) 2 tablet हर 6 घंटे पर चूसना है या घरेलू नुस्खा मुलेठी एक टुकड़ा, काली मिर्च 2 दाने, लौंग 1, दालचीनी (Cinnamon) एक छोटा टुकड़ा, छोटी इलायची एक, सोंठ एक चुटकी, एक चुटकी सैंधानमक 4-6 बार चबाना है। फिर गाय के देसी घी में मिश्री पावडर डाल गरम-गरम 2-3 चम्मच पी लेना है। उसके बाद आधे घंटे तक कुछ भी नहीं खाना-पीना है, जरुरत में गरम पानी पी सकते है। अणुतैल/षडबिन्दुतैल/सरसों तैल 4 drops सुबह खाली पेट दोनों नाक में डाले, फिर गरम पानी में हल्दी उबालकर एवं सैंधा नमक डाल कुल्ला करे।
साभार- प्रो. (वैद्य) राकेश कुमार, भिलाई
MD (आयुर्वेद), गुजरातआयुर्वेद विश्वविद्यालय, जामनगर