न्यूज डेस्क (नरसिम्हन नायर): आज बुधवार (5 मई 2021) देर रात (01:30) केरल के पठानमथिट्टा जिले के थिरुवल्ला में एक प्राइवेट अस्पताल में धर्मगुरू मार क्राइसोस्टम (Mar Chrysostam) ने आखिरी सांसें ली। वो दौर में मालाबार के मालाकार के कैथोलिक सीरियन चर्च (Catholic Syrian Church) से जुड़े सबसे पुराने धर्मगुरू बताये जाते है। उनका जन्म 27 अप्रैल 1918 को हुआ था। हाल में उन्होनें अपना 103 वां जन्मदिन मनाया था। थ्रूवुल्ला के मलंकरा मर्थोमा चर्च मुख्यालय में सबसे वरिष्ठतम पर आसीन थे। श्रद्धालु उन्हें प्रेम, भक्ति, ज्ञान, करूणा और दया भरे संबोधनों के लिये जानते थे। उनकी वाकपटुता कमाल की थी। वो समाज में व्याप्त आधारहीन मान्यताओं के घोर विरोधी रहे थे। इस मुद्दे पर पीएम मोदी ने ट्विटकर शोक संवेदनायें ज़ाहिर की।
गौरतलब है कि धर्मगुरू मार क्राइसोस्टम के जीवन पर 100 ईयर्स ऑफ क्राइसोस्टम नामक डॉक्यूमेंट्री बन चुकी है। जिसका निर्देशन और स्क्रिप्टिंग फिल्मकार ब्लेसी (Filmmaker bluffsey) ने किया। ये डॉक्यूमेंट्री 48 घंटे और 8 मिनट लंबी थी। जिसने सऊदी अरब की डॉक्यूमेंट्री वर्ल्ड ऑफ स्नेक्स रिकॉर्ड तोड़ा जो कि 21 घंटे लंबी थी। इस डॉक्यूमेंट्री को गिनीज पुरस्कार भी हासिल हो चुका है। इस डॉक्यूमेंट्री को बनाने में सात साल का वक़्त लगा। साथ ही सेंसर बोर्ड को इसे पूरा देखने में सात दिन लग गये थे। भारत सरकार धर्मगुरू मार क्राइसोस्टम को पद्म भूषण पुरस्कार से सुशोभित कर चुकी है।