न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): राष्ट्रीय लोक दल के मुखिया अजीत सिंह (Ajit Singh) का आज गुरूवार (6 मई 202) कोरोना इंफेक्शन के कारण निधन हो गया। गुरुग्राम के आर्टिर्मिस अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। आज तड़के सुबह 6:00 बजे उन्होंने आखिरी सांसे ली। बीते 20 अप्रैल को उनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था। अजीत सिंह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेताओं में शुमार थे। हाल ही में संपन्न हुए उत्तर प्रदेश त्रिस्तरीय पंचायती चुनावों में आरएलडी ने समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर पश्चिम उत्तर प्रदेश में शानदार जीत हासिल की थी।
सांस लेने में दिक्कत और फेफड़ों में बढ़ते संक्रमण (Increased lung infection) के कारण उन्हें 22 अप्रैल को निजी अस्पताल 8 आर्टिर्मिस में भर्ती करवाया गया था। जिसके बाद से ही उनकी हालत लगातार बेहद नाजुक चल रही थी। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के बेटे अजीत सिंह बागपत से 7 बार सांसद और कई बार मंत्री रह चुके थे। अटल सरकार के दौरान उन्होंने कृषि मंत्री और यूपीए शासन काल के दौरान नागरिक उड्डयन मंत्री का कार्यभार संभाला। पश्चिम उत्तर प्रदेश में उन्हें जाटों का बड़ा नेता माना जाता था। 2014 और 2019 लोकसभा चुनावों में उन्हें बुरी तरह हार झेलनी पड़ी थी। हाल ही में पंचायती चुनावों के दौरान उनकी पार्टी ने अलीगढ़, मेरठ, बागपत, शामली, और मथुरा में शानदार जीत हासिल की।
अजीत सिंह ने आईआईटी खड़गपुर से बीटेक की पढ़ाई की थी। पेशेवर जिंदगी में वो कंप्यूटर वैज्ञानिक थे। साल 1960 में कंप्यूटिंग कंपनी आईबीएम (Computing company IBM) के साथ काम करने वाले वे पहले भारतीय थे। उनके निधन से पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच भारी शोक लहर फैली हुई है। उनके देहांत पर कई दिग्गज नेताओं ने शोक संदेश सार्वजनिक किये। जिनमें पीएम मोदी, योगी आदित्यनाथ. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राहुल गांधी खासतौर से शामिल है। पीएम मोदी ने अपने शोक संदेश में लिखा कि, पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। वे हमेशा किसानों के हित में समर्पित रहे। उन्होंने केंद्र में कई विभागों की जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति!