न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): बीती रात राजस्थान में जोधपुर (Jodhpur) के महात्मा गांधी अस्पताल में आसाराम बापू को भर्ती करवाया गया। राजस्थान में सज़ा काट रहे आसाराम बापू नाबालिग लड़की से यौन उत्पीड़न करने के आरोप में सजा काट रहे है। एकाएक उनकी तबीयत बिगड़ने पर जेल प्रशासन उन्हें अस्पताल के इमरर्जेंसी वॉर्ड में ले आया। जहां उनकी मेडिकल छानबीन करने के बाद आईसीयू सपोर्ट (ICU support) पर रखा गया है। जेल प्रशासन के सिफ़ारिश पर अस्पताल के बाहर स्थानीय पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गयी है। अस्पताल प्रशासन ने उनका RT-CPR करने का फैसला किया है। फिलहाल लक्षणों के आधार पर उन्हें संदिग्ध कोरोना मरीज माना जा रहा है।
इलाज़ करने वाले डॉक्टरों के मुताबिक आसाराम बापू (Asaram Bapu) ने किसी तरह की दवाई लेने से साफ इंकार कर दिया है। उनकी देखभाल के लिये अस्पताल ने वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम को लगाया है। अस्पताल में भर्ती होने की खब़र मिलते ही इलाके में मीडियाकर्मियों और आम लोगों का जमावड़ा जुटने लगा। आसाराम के अस्पताल में इलाज होने को लेकर आम लोग तरह तरह के सवाल उठाने लगे है कि इतनी उन्हें कैसे भर्ती कर लिया। जहां आम लोगों का घंटो-घंटो ऑक्सीजन, आईसीयू, वेंटीलेटर और दवाईयों के लिये मिन्नतें करनी पड़ी है, वहीं आसाराम को झटपट कैसे इलाज़ मुहैया हो गया। पुलिस, प्रशासन और राज्य मेडिकल का ढांचा एक आरोपी को वीआईपी ट्रीटमेंट क्यों उपलब्ध करवा रहा है।