एजेंसियां/न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): एलन मास्क की अगुवाई वाली कंपनी SpaceX ने अपने सबसे नये और बड़े स्टारशिप एसएन-15 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। इससे पहले ये रॉकेट चार बार टेस्टिंग के दौरान विस्फोटों का सामना कर चुका है। इससे पहले इस रॉकेट के प्रोटोटाइप का परीक्षण बीते बुधवार को टेक्सास के बोका चिका में स्पेसएक्स के समुद्र तटीय लॉन्च पैड से स्थानीय समयानुसार लगभग 5:24 बजे किया गया था। स्टारशिप एसएन-15 तीन इंजन वाला रॉकेट है। इसकी कामयाबी से अब मंगल पर इंसान के बसने की सोच को काफी बल मिलता दिख रहा है।
रॉकेट ने लगभग 6.2 मील (10 किलोमीटर) की ऊँचाई तक उड़ान भरी। इसके बाद लैंडिंग पैड की ओर बढ़ने के लिये इसने हॉरिजॉन्टल फ्लिप ली, जिसके लिये एक इंजन का इस्तेमाल किय गया। इस मुद्दे पर एलन मस्क ने ट्विटकर लिखा कि “नाममात्र स्टारशिप लैंडिंग!” इस उपलब्धि को कंपनी के लिये मील का पत्थर माना जा रहा है। जो मंगल ग्रह पर मिशन के लिए स्टारशिप रॉकेट के अंदर चालक दल को लिये है।
इस बार भी यान के नीचे एक छोटी सी आग लगी, जिसके बाद फिर से लैंडिंग हो गई। आग को तुरन्त पानी से बुझा दिया गया। लैंडिंग की एक वीडियो फीड में रॉकेट के बेस पर इंजन के कट जाने के बाद भी आग की लपटें जलती दिखी। हालांकि एक स्वचालित अग्नि शमन प्रणाली ने लैंडिंग पैड पर पानी के बौछार की, जिसके कारण राकेट में विस्फोट होने की संभावनायें खत्म हो गयी। स्टारशिप प्रोटोटाइप (Starship prototype) की चार पिछली परीक्षण उड़ानें- एसएन 8 दिसंबर में, एसएन 9 फरवरी में, और मार्च में एसएन 10 और एसएन 11 सभी उड़ान सफल रही पर दुबारा वापस लैडिंग की कवायद में सभी टेस्टिंग उड़ानें नाकाम रही है। जिसकी वज़ह से स्टारशिप के हवा में ही परखच्चें उड़ गये।
स्टारशिप रॉकेट पूरी तरह सुपर-हेवी फर्स्ट-स्टेज बूस्टर के साथ 120 मीटर (394 फीट) लंबा होगा। जो स्पेसएक्स के नेक्स्ट जेनरेशन लॉन्च व्हीकल (Next generation launch vehicle) है। इसकी मदद से एलन मस्क अपनी सोच को वास्तविक रूप देगें ताकि ताकि मानव अंतरिक्ष यात्रा किफायती और नियमित हो सके।