न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): डीएमके नेता एमके स्टालिन (MK Stalin) ने आज (7 मई) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पद पर गोपनीयता की शपथ ली। तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने उन्हें मुख्यमंत्री शपथ दिलाई। एक दशक में ऐसा पहली बार हुआ है कि, एमके स्टालिन की मदद से द्रमुक तमिलनाडु की सत्ता में वापस आयी है। ये पहली बार भी है कि स्टालिन ने अपने पिता स्वर्गीय एम करुणानिधि (Late M. Karunanidhi) की अनुपस्थिति में चुनाव लड़ा।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बारे में कुछ दिलचस्प बातें:
- स्टालिन का पूरा नाम मुथुवेल करुणानिधि स्टालिन है। उनका नाम प्रसिद्ध पूर्व सोवियत संघ के नेता जोसेफ स्टालिन के नाम पर रखा गया था।
- एमके स्टालिन पूर्व सीएम और DMK चीफ एम करुणानिधि के तीसरे बेटे हैं, जो उनकी दूसरी पत्नी दयालु अम्मल से पैदा हुए।
- एमके स्टालिन को उनके नाम के विवाद के कारण कई स्कूलों में दाखिला नहीं दिया गया था। उसके बाद उन्हें मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज (Madras Christian College) स्कूल में प्रवेश मिला।
- एमके स्टालिन खेल, कला और सांस्कृतिक गतिविधियों में काफी रूचि लेते है। उनका ज़्यादातर वक़्त क्रिकेट, बैडमिंटन और शतरंज खेलने में बीतता हैं।
- एमके स्टालिन ने 1975 से दुर्गा स्टालिन से शादी की। उनके दो बच्चे हैं – उधैनिधि और सेंथमारई।
- एमके स्टालिन ने 1967 के विधानसभा चुनावों में प्रचार करके 14 साल की उम्र में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की।
- एमके स्टालिन को 1975 में केंद्र सरकार द्वारा घोषित आपातकाल के विरोध में आंतरिक सुरक्षा अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था।
- एमके स्टालिन 1996 से 2002 तक चेन्नई के 37 वें मेयर के पद पर बने रहे।
- वो 2009 से 2011 तक तमिलनाडु के पहले उप मुख्यमंत्री थे।
- 3 जनवरी 2013 को स्वर्गीय एम करुणानिधि ने एमके स्टालिन को अपना उत्तराधिकारी नॉमिनेट (Successor nominee) किया। इस तरह लंबे वक़्त तक बना भ्रम खत्म हो गया कि करुणानिधि की मौत के बाद पार्टी की बागडोर कौन संभालेगा। 28 अगस्त 2018 को करुणानिधि के निधन के बाद उन्हें सर्वसम्मति से द्रमुक प्रमुख चुना गया।