Corona Crisis: आप नेत्री पूनम वर्मा ने बढ़ाया मदद का हाथ, जरूरतमंदों तक पहुँचाया राशन

नई दिल्ली (श्री हर्षिणी सिंधू): कोरोना संकट (Corona Crisis) के इस दौर में महामारी की सीधी चपेट आम आदमी की सेहत और रोजी रोटी पर पड़ रही है। जिसकी वज़ह से भारी तादाद में एक बार फिर से प्रवासी मज़दूर दिल्ली से पलायन कर अपने गांवों की ओर वापस लौट चुके है। बाकी के बचे कई दिहाड़ी मजदूरों को अभी भी रोजी रोटी के लाले पड़े हुए है। इसी बात को समझते हुए, ऐसे लोगों की मदद के लिये आप नेत्री पूनम वर्मा ने हाथ आगे बढ़ाये। दक्षिणी-पश्चिम दिल्ली की उत्तम नगर विधान सभा से मोहन गार्डन वॉर्ड 25-एस में पूनम वर्मा ने ऐसे कई लोगों तक करीब 10 क्विंटल से ज़्यादा सूखा राशन पहुँचाया।

इसके लिये आप नेत्री पूनम वर्मा ने खुद इलाके का मुआयना किया। घर-घर जाकर लोगों से उनका हालचाल लेते हुए, उन्हें राशन मुहैया करवाने के साथ हर संभव मदद का आश्वासन दिया। मुलाकात के दौरान उन्होनें खुद जरूरतमंदों, गरीबों और मजदूरों के समस्या सुनी और उन्हें नोट कर जल्द समाधान (Solution) करवाने की बात भी कहीं। इलाके की कई महिलाओं से मुलाकात कर उन्होनें उन्हें अपना नंबर दिया साथ ही कहा कि, किसी भी वक़्त किसी भी चीज़ की जरूरत के लिये उन्हें फोन किया जा सकता है। राशन वितरण के इस कार्यक्रम के दौरान उन्होनें इलाके के आम लोगों को केजरीवाल सरकार की मौजूदा योजनाओं के बारे में भी बताया ताकि महामारी माहौल में लोग दिल्ली सरकार की योजनाओं का लाभ उठा सकें।

पूनम वर्मा ने इलाके के उन मजदूरों को दिल्ली सरकार के श्रम विभाग (Labor Department of Delhi Government) में रजिस्ट्रेशन करवाने की हिदायत दी, जो कि निर्माण कार्यों में लगे हुए है ताकि उन्हें कोरोना संकट के मद्देनज़र दिल्ली सरकार से आर्थिक सहायता मिल सके। गौरतलब है कि इससे पहले भी पूनम वर्मा ने इलाके को लोगों को कोरोनाकाल में भारी मदद मुहैया करवायी है। इलाके में उनकी सक्रियता और समाजसेवा के देखते हुए जरूरतमंद कई लोग काफी राहत महसूस कर रहे है। इलाके के लोगों का आरोप है कि इस संकट की घड़ी में स्थानीय पार्षद पूरी तरह नदारद और गुमशुदा है। उसे जो काम करने चाहिये उसकी बागडोर पूनम वर्मा ने थाम रखी है।

Leave a comment

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More