एजेंसियां/न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): इज़राइल और हमास (Israel and Hamas) के बीच बढ़ते तनाव के बीच दोनों तरफ के करीब 40 लोग मारे गये। बीते पांच सालों इजरायल की ओर से हुआ ये ज़बरदस्त हवाई हमला था। इज़राइल ने बुधवार (12 मई 2021) सुबह गाजा में सैकड़ों हवाई हमले किये, क्योंकि इस्लामवादी समूह और अन्य फिलिस्तीनी आतंकवादियों ने तेल अवीव और बेर्शेबा में कई रॉकेट बैराज दागे। इसी दौरान गाजा में एक मल्टी स्टोरी बिल्डिंग ढह गयी। फिलीस्तीन में इजरायल के हवाई हमले से भारी नुकसान की खब़रे सामने आ रही है।
मामले पर इज़राइल ने कहा कि, उसके जेट लड़ाकू विमानों ने बुधवार तड़के सुबह कई हमास खुफिया नेताओं को निशाना बनाया और उन्हें मार दिया। इस इस्राइली हमले में तेल अवीव ने रॉकेट से हमास के कार्यालयों और उनके नेताओं को निशाना बनाया। गाजा में ये साल 2014 के युद्ध के बाद से इज़राइल और हमास के बीच ये सबसे आक्रामक हमला था। इस मामले ने अंतरराष्ट्रीय चिंता को जन्म दिया कि हालात काबू से बाहर हो सकते है। संयुक्त राष्ट्र मध्य पूर्व के शांति दूत टोर वेनेस्लैंड (Tor vanesland) ने ट्वीट कर तनाव कम करने की अपील की।
इस आसमानी हमले में फिलीस्तीन के आक्रमण को इज़राइली रॉकेटों और वायु रक्षा मिसाइलों ने नाकाम कर दिया। आज सुबह फिलीस्तीन में कुछ ही मिनटों के भीतर कम से कम 30 धमाके हुये। इस हमले के कारण इज़राइलियों ने सुरक्षित स्थान पर भगाना पड़ा। हमास की ओर से दक्षिणी इज़राइल के 70 किमी (45 मील) के तटीय इलाके को निशाना बनाया गया। हमास ने तेल अवीव के पास लोद इलाके में हमला किया। जो कि अरब-यहूदी बहुल इलाका है। इस रॉकेट हमले में दो लोगों की मौत हो गयी। इस हमले को लेकर जेरूशेलम में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया।
मामले पर हमास के सशस्त्र विंग ने कहा कि उसने गाजा सिटी में टॉवर इमारतों पर हुई बमबारी के जवाब में बेर्शेबा और तेल अवीव की ओर 210 रॉकेट दागे। इज़राइल की सेना का कहना है कि उन्होनें लगभग एक तिहाई रॉकेट गाजा के भीतर घुसने से रोक दिया। इजरायल की वाणिज्यिक राजधानी तेल अवीव को निशाना बनाकर हमास का किया ये हमला इस्राइली सरकार के लिये बड़ी चुनौती है। रमजान के दौरान यरूशलेम में तनाव के बाद अल-अक्सा मस्जिद के आसपास दोनों ओर के लोगों के बीच तनाव देखा गया। साथ ही इस्राइली पुलिस और फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों के बीच भी झड़प देखी गयी। इस मुद्दे पर इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Prime Minister Benjamin Netanyahu) ने कहा कि हमलावरों को इस वारदात की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।