न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज कई टीकाकरण केंद्रों (Vaccination Centers) को बंद कर दिया गया। जहां लोगों को भारत बॉयोटेक कोवैक्सीन लगायी जा रही थी। फिलहाल कोवैक्सीन अनुपलब्धता के कारण इसे 18-44 साल के आयु वर्ग के लिये रोक दिया गया है। दिल्ली में 3 मई से 18-44 वर्ष के आयु वर्ग के लिए टीकाकरण अभियान शुरू हुआ, लेकिन टीका की कमी के कारण इस मुहिम को रोक दिया गया है। कुछ इसी तरह के हालात दिल्ली के मोती बाग में अटल आदर्श विद्यालय में टीकाकरण केंद्र पर देखा गया। जहां लोगों को कोवैक्सीन की खुराकें दी जानी थी, लेकिन मौके पर स्कूल के दो कर्मचारियों को छोड़कर टीकाकरण केंद्र का पूरा परिसर सुनसान पाया गया।
कुछ लोगों ने टीकाकरण केंद्र से निराश वापस लौटे क्योंकि दिये गये वैक्सीन शेड्यूल (Vaccine schedule) में उन्हें टीका हासिल नहीं हो पाया। अटल आदर्श विद्यालय के एक कर्मचारी ने मीडिया को बताया कि,”ये टीकाकरण केंद्र टीके की अनुपलब्धता की वज़ह से बंद है। ये कल से बंद कर दिया गया है और एक बार टीके आने के बाद यहां फिर से टीकाकरण शुरू होने की संभावना है।” एक दूसरे कर्मचारी ने बताया कि केंद्र में कोई टीका उपलब्ध नहीं है और इसलिए टीकाकरण अभियान फिलहाल के लिये जारी नहीं रह सकता।
विधायक राघव चड्ढा ने साधा मोदी सरकार पर निशाना
इस बीच आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक राघव चड्ढा ने 18-44 वर्ष के आयु वर्ग के लिए दिल्ली में कई टीकाकरण केंद्रों को बंद करने के पीछे मोदी सरकार की टीकाकरण नीति को जिम्मेदार ठहराया। उन्होनें कहा कि “केंद्र में बैठी मोदी सरकार ने पहले दिन से वैक्सीन नीति पर कोई ध्यान नहीं दिया और न ही इस पर कोई चर्चा की। ये कहना बहुत दुखद है कि हमारी केंद्र सरकार के पास टीकों से संबंधित नीति का अभाव है। आप देख रहे हैं कि दिल्ली में टीकाकरण केंद्रों को बंद कर दिया गया हैं। वैक्सीन उत्पादन में कमी के कारण टीका आम लोगों तक पहुँच नहीं पा रहा है।”
राघव चड्ढा ने आगे कहा कि “देश में इसी साल जनवरी-फरवरी के महीने दौरान वैक्सीन का उत्पादन अच्छा था। तब केंद्र सरकार ने अपने ही नागरिकों को टीका लगाने के बजाय युगांडा, नाइजीरिया जैसे दूसरे मुल्कों में 6.50 करोड़ खुराक का टीका निर्यात किया।”
हाल ही में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Deputy Chief Minister Manish Sisodia) ने भी मीडिया को जानकारी दी थी कि, कोवैक्सीन की अनुपलब्धता के कारण कई टीकाकरण केंद्रों को मज़बूरन बंद करना पड़ रहा है। उन्होनें केंद्र सरकार से गुज़ारिश करते हुए कहा कि कि 18-44 आयु वर्ग के लिए टीकाकरण अभियान जारी रखने के लिए टीके की खुराकें जल्द से जल्द मुहैया करवायी जाये।