न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): चीनी सरकारी समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक एक बिना चालक वाला चीनी अंतरिक्ष यान (China’s space craft) शनिवार को मंगल की सतह पर सफलतापूर्वक उतरा, जिसके बाद चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद लाल ग्रह पर उतरने वाला दूसरा अंतरिक्ष यात्री देश बन गया। सिन्हुआ ने कहा कि तियानवेन -1 अंतरिक्ष यान मंगल ग्रह पर यूटोपिया प्लैनिटिया के बड़े मैदानी इलाके में उतरा। स्पेस क्राफ्ट आर्बिट में लगभग 1700 GMT शुक्रवार (0100 बीजिंग समय शनिवार) पर छोड़ा गया। चाइना स्पेस न्यूज ने कहा कि लैंडिंग मॉड्यूल तीन घंटे बाद ऑर्बिटर से अलग हो गया और मंगल के वातावरण में प्रवेश कर गया।
चाइना स्पेस न्यूज ने आगे बताया कि, लैंडिंग प्रक्रिया के नौ मिनट काफी आतंक भरे रहे, क्योंकि इस दौरान मॉड्यूल बेहद धीमा हो जाता है और फिर धीरे-धीरे उतरता है। इस मॉड्यूल में सौर ऊर्जा से चलने वाला रोवर ज़ूरोंग है। ज़ूरोंग निरीक्षण करने के लिए अपने प्लेटफॉर्म निकलेगा। जो कि लैंडिंग साइट का सर्वेक्षण करेगा। इसमें हाई रिज़ॉल्यूशन टॉपोग्राफी कैमरा (High resolution topography camera) समेत छह वैज्ञानिक उपकरण लगे हुये हैं। ज़ूरोंग पौराणिक चीनी देवता का नाम है। रोवर मंगल ग्रह की मिट्टी और वायुमंडल का विश्लेषण करेगा। साथ ही पानी और बर्फ के नमूनों में जीवन के संकेतों को भी तलाशेगा। इसके लिये रोवर जमीन में घुसने वाले रडार का इस्तेमाल करेगा।
तियानवेन -1 का मतलब “स्वर्ग के प्रश्न” होता है। इस शब्द का जिक्र दो सहस्राब्दियों पहले एक चीनी कविता में किया गया था। मंगल ग्रह के लिये ये चीन का पहला स्वतंत्र मिशन है। साल 2011 में रूस के साथ चीन ने एक प्रोब लॉन्च (Probe launch) किया था। जो कि पृथ्वी की कक्षा को छोड़ने के बाद फेल हो गया था। पिछले साल जुलाई में दक्षिणी चीनी द्वीप हैनान से पांच टन के अंतरिक्ष यान को लॉन्च किया गया था, जिसे शक्तिशाली लॉन्ग मार्च 5 रॉकेट द्वारा लॉन्च किया गया।
मंगल पर है, कई देशों को कड़ा मुकाबला
अगर ज़ूरोंग को सफलतापूर्वक तैनात कर दिया जाता है तो चीन मंगल ग्रह पर अपने पहले मिशन में रोवर की कक्षा, लैंड और रिलीज करने वाला पहला देश होगा। तियानवेन -1 फरवरी में मंगल ग्रह पर पहुंचने वाले तीन रोवरों में से एक था, जिसमें यूएस रोवर पर्सवेरेंस 18 फरवरी को यूटोपिया प्लैनिटिया से 2,000 किमी दूर जेजेरो क्रेटर में उतरा। संयुक्त अरब अमीरात का होप भी इस साल फरवरी में मंगल ग्रह पर पहुंचने वाला तीसरा अंतरिक्ष यान है। इसे लैंडिंग लिहाज़ से डिजाइन नहीं किया गया है। ये मंगल के चारों और चक्कर लगाते हुए मौसम और वातावरण का डेटा इकट्ठा करेगा।
तियानवेन -1 और ज़ूरोंग के बारे में चीनी ने प्रतिक्रिया देते हुए सिन्हुआ के जरिये कहा कि, हम अंतरिक्ष में अगुवाई के लिए प्रतिस्पर्धा नहीं कर रहे है। हमारा मकसद ब्रह्मांड के रहस्यों का खुलासा करते हुए अंतरिक्ष में मानवता को आगे बढ़ाने का है। जिसके लिये हम पूरी तरह प्रतिबद्ध है।