न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जिला कारागार (Ambedkar Nagar District Prison) में कैदियों के दो गुटों के बीच खूनी मुठभेड़ हुई। इस वारदात में चार कैदी बुरी तरह ज़ख्मी हो गये। मौके पर पहुँचे जेल अधिकारियों ने मौके का मुआयना कर ज़ख्मी एक कैदी को बेहतर इलाज़ के लिये लखनऊ रेफर कर दिया गया। साथ ही मारपीट में बुरी तरह घायल अन्य कैदियों को पुलिसिया निगरानी में भर्ती करवाकर इलाज मुहैया करवाया गया। ये खूनी मुठभेड़ बीते गुरुवार (13 मई 2021) को देर शाम शुरू हुई। मुठभेड़ की शुरूआत ज़ुबानी विवाद से हुई। जो कि मारपीट में तब्दील हो गयी।
इस घटना में सज़ायाफ्ता कई कैदी (Convict prisoner) घायल हुए। घटना में घायल कैदी ग्राम नेवादा निवासी प्रदीप को इलाज के लिये रेफर कर दिया गया। घायल लोगों में संतकबीर नगर का कैदी अतुल सिंह, जैतपुर थाना क्षेत्र निवासी ओम गिरि और जहांगीरगंज थाना क्षेत्र निवासी सुशील मौर्य शामिल है। घायल कैदियों के सिर, पैर और शरीर के दूसरे हिस्सों में चोटों आयी है। पुलिस ने जेल का माहौल शांत करवाते हुए सभी कैदियों को तुरन्त इलाज़ के लिये भेजा। जहां उनका एमएलसी भी करवाया गया।
शुरूआती जांच में सामने आया कि मुठभेड़ में शामिल कैदियों ने किसी भारी चीज से एक दूसरे पर हमला किया था। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस महकमें के कई आला अधिकारी मौके पर पहुँच गये। जेल के अन्दर और बाहर कड़े बंदोबस्ती इंतज़ाम कर दिये गये। जिसकी वज़ह से इलाका पुलिस छावनी (Police cantonment) में तब्दील हो गया। इसके साथ जिला अस्पताल पर भी पुलिस ने सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया, जहां घायल कैदियों का इलाज़ किया गया। महकमें से जुड़े आला अधिकारियों ने मामले पर रिपोर्ट तलब की है।
जेल सुपरिटेंडेंट हर्षिता मिश्रा ने तुरन्त घायलों को अस्पताल भेजने के इंतज़ाम करवाये। वारदात में शामिल लोगों की शिनाख़्त के लिये कानूनी कार्रवाई का सिलसिला शुरू कर दिया गया है। इसी संबंध में कोतवाली पर लिखित तहरीर दे दी गयी है। गौरतलब है कि इससे पहले भी जिला जेल में मारपीट और अपराधिक गुटों के बीच खूनी रंजिश़ सामने आ चुकी है। जिस पर जेल प्रशासन ने कोई खास गंभीरता नहीं दिखायी। इससे पहले सजायाफ्ता कैदियों ने जेल में खाने की क्वालिटी को लेकर जमकर हंगामा काटा था। उस दौरान कोई गंभीर तौर पर घायल नहीं हुआ था। बीते साल लॉकडाउन के दौरान कैदियों ने बवाल किया था। उससे भी जेल पर प्रशासन ने कोई खास सब़क नहीं लिया।