न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): नारद घोटाले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा तृणमूल कांग्रेस (TMC) के चार नेताओं को गिरफ्तार किये जाने के एक दिन बाद, पार्टी के विधायक मदन मित्रा और पूर्व नेता सोवन चटर्जी को आज सांस लेने में तकलीफ होने के बाद कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दोनों को सुबह करीब तीन बजे भर्ती कराया गया। सीबीआई ने नारद स्टिंग ऑपरेशन के सिलसिले में सोमवार को टीएमसी के मंत्रियों फिरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी, विधायक मदन मित्रा और कोलकाता के पूर्व मेयर सोवन चटर्जी को गिरफ्तार किया था। सभी नेताओं को सोमवार (17 मई 2021) देर रात रात प्रेसीडेंसी जेल (Presidency Jail) ले जाया गया था।
इससे पहले सोमवार को डॉक्टरों की एक टीम नारद घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किए गये चारों टीएमसी नेताओं की मेडिकल जांच के लिए सीबीआई कार्यालय पहुंची थी। सोमवार शाम को नारद घोटाले को लेकर हुए हंगामे के बाद टीएमसी के कई प्रदर्शनकारियों ने सीबीआई कार्यालय के बाहर सुरक्षा बलों पर पथराव किया था। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मामले का संज्ञान लिया और पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा, ” आखिरी अदालत फैसला लेगी”, उन्होनें ये बयान तब दिया जब वो सीबीआई कार्यालय से निकली थीं।
नारद स्टिंग ऑपरेशन नारद न्यूज के संस्थापक मैथ्यू सैमुअल ने पश्चिम बंगाल में दो साल से ज़्यादा समय तक चलाया था। इस स्टिंग ऑपरेशन को समाचार पत्रिका तहलका के लिए साल 2014 में कथित तौर पर अंज़ाम दिया गया। इसे साल 2016 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से महीनों पहले एक निजी समाचार वेबसाइट नारद समाचार पर जारी किया गया। ये पूरा मामला एक स्टिंग ऑपरेशन से जुड़ा है, जिसे आमतौर पर नारद स्टिंग ऑपरेशन के नाम से जाना जाता है, इसमें पूर्व सरकारी कर्मचारी स्टिंग ऑपरेटर सैमुअल (Sting operator samuel) से अवैध तौर पर रिश्वत लेते हुए कैमरे में कैद हो गए थे।