न्यूज डेस्क (निकुंजा वत्स): भारतीय सेना (Indian Army) ने रंगरेथ में ऑक्सीजन प्लांट बनाया है, जो पिछले सालों से बंद पड़ा हुआ था। चालू होने के बाद ये प्लांट अकेले ही श्रीनगर की जरूरतों की 25 फीसदी मांग पूरा करेगा। रंगरेथ में स्थित एन डी गैसेस का ऑक्सीजन प्लांट पिछले चार साल से काम नहीं कर रहा था। इसकी क्षमता प्रतिदिन 700 सिलेंडर ऑक्सीजन भरने की है। घाटी में ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए इस प्लांट को दुबारा शुरू करना बेहद जरूरी था।
नागरिक प्रशासन के अनुरोध पर चिनार कोर ने मुंबई से आवश्यक स्पेयर पार्ट्स और संसाधन जुटाये गये। जिन्हें मुंबई से भारतीय वायु सेना के विमानों की मदद से सिर्फ दो दिनों के भीतर श्रीनगर लाया गया। जैसे ही आवश्यक पुर्जे प्लांट में पहुंचे तो कोर ज़ोन वर्कशॉप रंगरेथ के तकनीशियनों की एक टीम ने सिविल तकनीशियनों के साथ मिलकर प्लांट को चार दिनों के भीतर ही चालू कर लिया। ये प्लांट चार सालों से बंद था। इसलिये प्लांट के हेवी ड्यूटी एयर कंप्रेसर, चिलर और कॉलमर एयर सेपरेटर सिस्टम (Columnar air separator system) में काफी समस्यायें थी।
सभी खामियों को पऱखते हुए तकनीशियनों द्वारा ऑक्सीजन फिलिंग मैनिफोल्ड को फिट किया गया। जिसके बाद प्लांट की पूरी तरह से टेस्टिंग की गयी। जिसमें इसकी कार्य प्रणाली को बेहतरीन पाया गया। श्रीनगर में वायु सेना के विशेष विमान के जरिये स्पेयर पार्ट्स के उतरने के बाद संयंत्र को चार दिनों के रिकॉर्ड समय के भीतर फंक्शनल किया गया। चिनार कॉर्प्स की इंजीनियरिंग विंग (Engineering Wing of Chinar Corps) के लेफ्टिनेंट कर्नल नीलाद्री रॉय ने कहा कि, “चिनार कॉर्प के 15 कोर आर्मी बेस को राज्य प्रशासन की ओर से इस ऑफ-रोड ऑक्सीजन प्लांट को चालू करने में मदद करने का अनुरोध मिला, हमने चुनौती की स्वीकारा और अपनी फोर्स की मदद से जरूरी स्पेयर पार्ट्स हासिल किये।
लेफ्टिनेंट कर्नल नीलाद्री रॉय ने आगे कहा कि, “हमने इस प्लांट पर युद्ध स्तर पर काम शुरू किया और नागरिक प्रशासन के साथ चिनार कोर के इंजीनियरिंग कर्मचारियों ने दिन-रात काम किया और इस प्लांट को चार दिनों के रिकॉर्ड समय में चालू कर दिया गया। ये लोगों के लिए बहुत मददगार होगा, ये कश्मीर सहित श्रीनगर के अस्पतालों की ऑक्सीजन की 25% मांग को पूरा करेगा।
ऑक्सीजन प्लांट के मालिक ने सेना के सहयोग की सराहना की और कहा कि उनकी सहायता के बिना इतने रिकॉर्ड समय के भीतर इसे चालू करना मुमकिन नहीं था। एन डी गैसेस के मालिक अली मोहम्मद ने कहा कि, “सेना ने पुर्जों को ले जाने में बहुत मदद की और फिर प्लांट को दुबारा चालू करने के लिए दिन रात काम किया, ये स्थानीय आबादी के लिए बहुत मददगार होगा।” इससे पहले सेना ने श्रीनगर के एयर फील्ड स्टेशन में ऑक्सीजन सपोर्ट के साथ 200 बिस्तरों वाले कोविड-19 अस्पताल को चालू किया। इसके अलावा कई ग्रामीण इलाकों में सेना महामारी से लड़ने के लिए नागरिक प्रशासन की मदद कर रही है।