न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): तौकते के बाद अब च्रकवाती तूफ़ान यास (Cyclone Yaas) जल्द ही देश के पश्चिमी तटों पर अपना असर दिखा सकता है। जिसके लिये राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) कमर कसते हुए आज (22 मई 2021) को पश्चिम बंगाल के 11 जिलों में अपनी टीमों की तैनाती कर दी है। एनडीआरएफ के महानिदेशक एसएन प्रधान ने ट्वीटकर बताया कि, हसनाबाद, संदेशखली, गोसाबा, काकद्वीप, सागर, दीघा, रामनगर, कोंटाई, डी हार्बर, कोलकाता और हावड़ा में एनडीआरएफ की टीमों को मुस्तैद और स्टैंडबाय मोड पर रखा गया है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी मौसमी भविष्यवाणी (Weather forecast) के अनुसार शनिवार सुबह बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बना है, जो 24 मई तक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जायेगा। ये काफी गंभीर श्रेणी का चक्रवात हो सकता है। जिसकी गति काफी तेज रहने की संभावना है। 26 मई की शाम के आसपास ये उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा। जिसका सीधा असर पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा और बांग्लादेश के तटीय इलाकों (Bangladesh coastal areas) में होगा।
आईएमडी ने ट्विट कर सूचना दी कि, आज सुबह (22 मई 2021) बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी के ऊपर कम दबाव वाला क्षेत्र बना है। ये 24 मई तक चक्रवाती तूफान का रूप लेकर बहुत तेज हो जायेगा। अपनी पूरी ताकत हासिल करने के बाद ये उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ेगा। 26 तारीख की शाम तक ये पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा और बांग्लादेश के तटों पर अपना कहर बरपायेगा। इसके कारण 22 से 26 मई तक ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश होगी। चक्रवाती तूफान यास को देखते हुए पश्चिम बंगाल के मछुआरों को 23 मई की शाम से गहरे समुद्र में न जाने की एडवाइजरी (Advisory) जारी की गई है। साथ ही कहा गया कि जो मछुआरें गहरे समुद्र की तरफ गये है, वो 23 मई की सुबह तक किनारों पर लौट आये।