न्यूज डेस्क (निकुंजा वत्स): हाल ही में केंद्र सरकार ने कांग्रेस शासित पंजाब सरकार पर कोरोना वैक्सीन को लेकर राजनीति करने (Corona Vaccine Politics) और वैक्सीन को प्राइवेट अस्पतालों में बेचने का आरोप कैप्टन अमरिंदर सरकार पर लगाया। इसी मुद्दे पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम का बयान सामने आया।
पी चिदंबरम ने कहा कि पंजाब सरकार (Punjab Govt.) को केन्द्र सरकार द्वारा मुहैया करवायी गयी कोविड वैक्सीन निजी अस्पतालों को नहीं बेचनी चाहिये थी। उन्होनें अपने बयान में कहा कि, मैं मानता हूं कि पंजाब सरकार को निजी अस्पतालों को कोरोना टीके नहीं देने चाहिये थे। लेकिन निजी अस्पतालों को दिये गये टीकों का अनुपात क्या था? ये नामालूम है। हालांकि कुछ दिनों पहले 1-2 प्रतिशत टीके निजी अस्पतालों को दिये जाने की मंजूरी थी। पंजाब सरकार ने अब इस मामले को सुधार लिया है।
पी.चिदंबरम (P.Chidambaram) ने आगे कहा कि, इस कवायद से आम लोगों के बीच ये संदेश जायेगा कि सरकार ने अपनी गलतियों से सीख ली है। पंजाब सरकार ने दो बड़ी गलतियां की और उन्हें सुधारने की भरसक कोशिशें भी की। लेकिन हर बार की तरह प्रधान मंत्री ने अपनी गलतियों के लिए विपक्ष को दोषी ठहराया। जो कि आदतन वो झांस देने और छींटाकशीं करने के लिये करते है।
Corona Vaccine को लेकर पीएम ने किया था ऐलान
गौरतलब है कि केन्द्र सरकार की ओर से पंजाब सरकार पर निजी अस्पतालों से मुनाफा कमाने के लिये भारी कीमतों पर सरकारी कोरोना टीका बेचा। पी चिदंबरम का ये बयान उस वक्त सामने आया। जब पीएम मोदी ने बीते सोमवार को अपने टेलीविज़न संबोधन के दौरान 21 जून से 18 वर्ष से ज़्यादा उम्र के सभी भारतीय नागरिकों को मुफ्त कोरोना वैक्सीन मुहैया करवाने का वादा किया।
जिसके बाद अब राज्य सरकारों के हिस्से का 25 प्रतिशत टीकाकरण भी अब केन्द्र सरकार की जिम्मेदारी होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र वैक्सीन की कुल खुराक का 75 प्रतिशत खरीदेगा और राज्यों को मुफ्त मुहैया कराएगा। कोई भी राज्य सरकार टीकों पर कुछ भी खर्च नहीं करेगी।