न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): AIMIM ने आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों (UP Assembly election) में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने की खबरों का खंडन किया। इस मुद्दे पर एआईएमआईएम उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष शौकत अली ने कहा, “हमने कभी नहीं कहा कि अगर अखिलेश यादव सत्ता में आयेगें और किसी मुस्लिम को उपमुख्यमंत्री बनाते है तो एआईएमआईएम समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करेगी। हम साफतौर पर इस बात से इंकार करते है कि न तो मैंने और न ही एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ये बयान दिये हैं।
शौकत अली ने आगे कहा कि- सपा को पिछले चुनावों में 20 फीसदी मुस्लिम वोट मिले हैं और वो सत्ता में आयी लेकिन उन्होंने किसी मुस्लिम को उपमुख्यमंत्री नहीं बनाया। असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को कथित तौर पर कहा कि अगर सपा प्रमुख अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश में किसी मुस्लिम विधायक (Muslim MLA) को उपमुख्यमंत्री बनाने के लिये सहमत हैं तो वो सपा के साथ गठबंधन करने के लिये तैयार हैं।
हैदराबाद के सांसद ओवैसी इससे पहले ऐलान किया था कि, एआईएमआईएम अगले साल की शुरुआत में होने वाले उत्तर प्रदेश में 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वर्तमान में 110 विधानसभा क्षेत्र हैं जहां मुस्लिम मतदाताओं की आबादी लगभग 30-39 फीसदी हैं। 44 सीटों पर ये प्रतिशत बढ़कर 40-49 फीदसी हो गया जबकि 11 सीटों पर मुस्लिम मतदाताओं की आबादी लगभग 50-65 प्रतिशत हैं।
इससे पहले ओवैसी ने लखनऊ का दौरा किया था और छोटे राजनीतिक संगठनों के साथ बातचीत की। वो 'भागीदारी संकल्प मोर्चा' का भी हिस्सा हैं। फिलहाल वो ओम प्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी), शिवपाल सिंह यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (पीएसपी), केशव देव मौर्य की महान दल और कृष्णा पटेल की अपना दल के संपर्क में हैं।
साल 2017 के विधानसभा चुनावों में AIMIM ने 38 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किये लेकिन एक भी निर्वाचन क्षेत्र (Constituency) जीतने में कामयाब नहीं हो सके। इसके बाद उत्तर प्रदेश में उन्होनें साल 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया, हालांकि इस दौरान ओवैसी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ प्रचार किया।
साल 2017 में बीजेपी ने 312 विधानसभा सीटों पर शानदार जीत हासिल की थी। पार्टी ने 403 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में 39.67 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया। उन चुनावों में समाजवादी पार्टी (सपा) को 47 सीटें, बसपा ने 19 सीटें जीतीं जबकि कांग्रेस सिर्फ सात सीटों पर जीत हासिल कर पायी।