Olympics 2020: पीवी सिंधू ने हासिल की आसान जीत, जापानी खिलाड़ी मोमोटा मैदान पर कर करेगें शानदार वापसी

स्पोर्ट्स डेस्क (नरसिम्हन नायर): Olympics 2020: बेहतरीन मुकाबले के दौरान बैकहैंड मूव्स और आत्मविश्वास की मदद से रियो 2016 की रजत पदक विजेता भारत की पीवी सिंधु ने आज (25 जुलाई) को इज़राइल की केन्सिया पोलिकारपोवा (Ksenia Polikarpova) को 21-7, 21-10 से जल्द हरा दिया। खेले गये दोनों मैच सिर्फ उनतीस मिनट के थे, जिसमें पोलिकारपोवा अपनी परफॉर्मेंस साफतौर पर नाखुश़ दिखी। हर खोये हुए प्वाइंट के साथ उनका खेल लड़खड़ाता हुआ दिखा।

सिंधु ने मुसाशिनो फॉरेस्ट स्पोर्ट प्लाजा में कहा कि, “ये काफी आसान मैच था।” उन्होंने कहा कि वो जानती हैं कि उनके पीछे एक अरब लोगों की उम्मीदें हैं। हालांकि रियो ओलंपिक 2016 में स्पेन की कैरोलिना मारिन द्वारा स्वर्ण पदक जीतने के बाद सिंधू के ग्लोबल रैकिंग सातवें नंबर पर हैं, लेकिन उनके लिये ताइवान की ताई त्ज़ु-यिंग और चीन की चेन यू फी को बड़ी चुनौती माना जा रहा है।

सिंधु (PV Sindhu) ने कहा कि टोक्यो एक नई शुरुआत है,आप सुपरमैन बनने की उम्मीद नहीं कर सकते, ये सोचने के लिए कि आप फिर से एक पदक विजेता होंगे। ऐसा नहीं है क्योंकि हर कोई अपनी टॉप फॉर्म में होगा। दूसरी ओर जापान के केंटो मोमोटा आज संयुक्त राज्य अमेरिका के टिमोथी लैम के खिलाफ बहुप्रतीक्षित मैच की शुरूआत करेगें। केंटो मोमोटा व्यक्तिगत और पेशेवर असफलताओं के बाद लंबे समय बाद मैदान में वापसी करने जा रहे है।

मोमोटा को 2016 में रियो खेलों से महीनों पहले अवैध जुआ घोटाले में संलिप्त पाया गया था, जिसके बाद निप्पॉन बैडमिंटन एसोसिएशन (Nippon Badminton Association) उनके खेल पर प्रतिबंध लगा दिया। तब उनकी ग्लोबल रैकिंग 2 हुआ करती थी। मोमोता को लीग टेबल से हटाने के बाद एसोसिएशन ने उनकी वापसी 2017 में करवायी तब तक उनकी रैकिंग 282 वें पायदान तक आ चुकी थी। जिसके शानदार वापसी करते हुए 39 मैचों में उन्होनें नाबाद प्रदर्शन कर टॉप में अपनी जगह बनायी।

साल 2020 में मोमोटा की ओलंपिक उम्मीदों को फिर से करारा झटका लगा, जब वो रोड एक्सीडेंट का शिकार हो गये। जिसमें उनके ड्राइवर की मौत हो गयी। गंभीर चोटों के साथ उनकी आंखों की रोशनी को भी काफी नुकसान पहुँचा। कोरोना महामारी के दौरान उन्होनें अपने आपको रिकवर किया और मार्च में ऑल-इंग्लैंड ओपन (All-England Open) में वापसी की। जापानी उम्मीदों को बढ़ाते हुए वो ओलंपिक गोल्ड के लिए चुनौती पेश कर सकते हैं।

दुनिया के नंबर 2 पुरूष बैडमिंटन खिलाड़ी और डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन ने कहा कि, आप कभी नहीं जानते कि क्या होने वाला है। केंटो को निश्चित रूप से कुछ कठिन अनुभव हुए हैं। मोमोटा कड़ी चुनौती मैदान में पेश कर सकते है। उन्हें वापस और स्वस्थ देखना अच्छा लगा। सबसे अहम बात ये है कि हम देखेंगे कि यहां कौन अच्छा कर सकता है।

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