न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): भारतीय सेना के सूत्रों ने आज (31 जुलाई 2021) को खुलासा किया कि भारत और चीन के बीच 12वें दौर की कोर कमांडर स्तरीय वार्ता (Corps Commander level Talks) के दौरान गोगरा हाइट्स और हॉट स्प्रिंग्स इलाकों समेत उन सैन्य स्थानों से सैनिकों को हटाने के लिये बातचीत चल रही है, जहां सैन्य तनाव लगातार बना हुआ है। भारत और चीन के बीच कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता का 12वां दौर वास्तविक नियंत्रण रेखा के चीनी पक्ष के मोल्डो में सुबह 10:30 बजे शुरू हुआ।
भारत और चीन पहले ही व्यापक बातचीत के बाद पैंगोंग झील (Pangong Lake) के किनारे से पीछे हट चुके है। गोगरा हाइट्स और हॉट स्प्रिंग्स (Gogra Heights and Hot Springs) इलाकों में फिलहाल विवादा सुलझाना बाकी है, क्योंकि इन इलाकों में पिछले साल चीनी आक्रमण के बाद से लगातार सैन्य तनाव बना हुआ है। दोनों मुल्क लगभग एक साल से इन्हीं इलाकों में सैन्य गतिरोध में उलझे हुए है।
सैन्य और राजनीतिक दोनों ही स्तरों पर व्यापक बातचीत के बाद पिछले महीने विवादास्पद पैंगोंग झील वाले इलाके से बड़ी तादाद में दोनों और से सैनिकों के वापसी हुई थी। सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने इस तनाव को कम करने के लिये सभी हितधारकों (Stake Holders) के प्रयासों को सराहा। साथ ही उन्होनें दावा किया कि संकट के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल द्वारा दिये गये इनपुट देश के लिये काफी फायदेमंद साबित हुए।
इससे पहले भारत और चीन ने पैंगोंग झील इलाके में अपनी सैन्य टुकड़ियों, आर्टिलरी यूनिट और आर्म्ड डिवीजनों को पीछे हटाने के लिये कमांडर स्तर की 11वें दौर की वार्ता के बाद डिस्अंगेजमेंट की प्रक्रिया (Disengagement Process) शुरू की थी।