न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): भारत ने आज से (1 अगस्त 2021) अगस्त महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की अध्यक्षता संभाली। इस दौरान नई दिल्ली समुद्री सुरक्षा, शांति स्थापना और आतंकवाद का मुकाबला तीनों प्रमुख प्राथमिकताओं को दुनिया के सामने गिनवाया। संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने आज कहा कि, “भारत और फ्रांस के ऐतिहासिक और घनिष्ठ संबंध हैं। सुरक्षा परिषद में हमारे कार्यकाल के दौरान उन्होंने हमें जो समर्थन दिया है उसके लिए मैं फ्रांस को धन्यवाद देता हूं।”
उन्होंने आगे कहा कि, “भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अपनी अध्यक्षता के दौरान समुद्री सुरक्षा, शांति स्थापना और आतंकवाद का मुकाबला (Counter Terrorism) करने से जुड़े तीनों क्षेत्रों के प्राथमिकता देगा। जिसके लिये तीन उच्च स्तरीय बैठकें आयोजित की जायेगी। समुद्री सुरक्षा हमारे लिए उच्च प्राथमिकता है। सुरक्षा परिषद के लिए ये महत्वपूर्ण है कि वो इस मुद्दे पर समग्र दृष्टिकोण अपनाए। शांति स्थापना के साथ हमारी लंबी और अग्रणी भागीदारी रही है, ये विषय हमारे दिल के काफी करीब रहा है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, भारत शांति सैनिकों की याद में कार्यक्रम भी आयोजित करेगा जिन्होनें अन्तर्राष्ट्रीय शांति मिशनों (International Peacekeeping Missions) को अंज़ाम देने के दौरान शहादत दी। भारत अगस्त महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष निकाय का अध्यक्ष बना रहेगा और अध्यक्ष के तौर पर भारत अगस्त महीने के लिये एजेंडा तय करेगा महत्वपूर्ण बैठकों और अन्य संबंधित मुद्दों का समन्वय करेगा।
तिरुमूर्ति ने कहा कि यूएनएससी के अपने एजेंडे में सीरिया, इराक, सोमालिया, यमन और मध्य पूर्व में शांति स्थापना सहित कई मुद्दों पर बैठकें आयोजित की जायेगी। सुरक्षा परिषद लेबनान में सोमालिया, माली और संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल (United Nations Interim Force) पर भी अहम प्रस्तावों को लाया जायेगा।
भारत 1 जनवरी, 2021 से दो सालों की अवधि के लिये संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य है। इस हफ़्ते की शुरुआत में टीएस तिरुमूर्ति ने दावा किया था कि भारत ने सुरक्षा परिषद के भीतर विचार-विमर्श में जरूरी आवश्यक संतुलन दिया है और ये इनपुट स्वाभाविक रूप से काफी मूल्यवान रहे हैं।