इस्लामाबाद को POK खाली कर देना चाहिये- भारतीय दूत टीएस तिरुमूर्ति

एजेंसियां/न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): संयुक्त राष्ट्र में भारत के दूत टीएस तिरुमूर्ति ने पाकिस्तान से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) को खाली करने का आह्वान किया और इस्लामाबाद को याद दिलाया कि बातचीत के लिए आतंक से मुक्त माहौल बनाने की जिम्मेदारी उन पर है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अगस्त एजेंडे पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होनें ये बात कहीं। उन्होनें आगे कहा कि जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है। अगर स्थिति में बदलाव की जरूरत है, तो वो ये होगी कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को खाली कर देना चाहिये।

टीएस तिरुमूर्ति ने ये बात पाकिस्तानी पत्रकार के सवाल के ज़वाब में कही, जिसने कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए विशेष राज्य का दर्जा (J&K Special Status) खत्म करने से जुड़ा सवाल उठाया। गौरतलब है कि तयशुदा कार्यक्रम के तहत भारत अगस्त महीने के दौरान सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करेगा। साथ ही भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UN Security Council) में दो साल के लिये अस्थायी सदस्य भी है।

भारतीय दूत ने पाकिस्तानी पत्रकार को याद दिलाया, “ये संवैधानिक बदलाव हैं और ये बदलाव हमारे संविधान के भीतर हैं और ये बदलाव पूरी तरह से भारत की संसद का विशेषाधिकार (Privilege of Indian Parliament) है। मुझे नहीं लगता कि इस समय हम किसी और बात पर चर्चा कर रहे हैं। हमारी संसद में जम्मू-कश्मीर से संबंधित नियमों और विनियमों को पारित करना पर पूरी तरह से वैध है।”

बतौर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद अध्यक्ष भारत 3 हस्ताक्षर कार्यक्रम आयोजित करेगा। जिसमें से समुद्री सुरक्षा (Maritime Security) पर होगा। अन्य दो शांति स्थापना और आतंकवाद-रोधी से जुड़े हुए होगें। इन हस्ताक्षर कार्यक्रमों की अध्यक्षता विदेश मंत्री एस. जयशंकर करेगें। भारत पाकिस्तान संबंधों के बारे में पूछे जाने पर उन्होनें कहा कि भारत पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंध चाहता है और अगर भारत पाकिस्तान के बीच कोई समस्या है तो इसे द्विपक्षीय और शांति से हल किया जाना चाहिए।

शिमला समझौते के बारे में याद दिलाते हुए उन्होनें दावा किया कि मुद्दों के समाधान के लिये द्विपक्षीय चर्चा (Bilateral Discussion) बेहतर मंच है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि आतंक, शत्रुता और हिंसा के हल के लिये पाकिस्तान को पहले अनुकूल माहौल बनाना होगा। जिसके लिये पहले सीमा पार आतंकवाद को रोकना होगा।

गौरतलब है कि भारत इस अगस्त महीने के बाद अगले दिसंबर 2022 में UNSC का अध्यक्ष होगा। भारत जून 1950, सितंबर 1967, दिसंबर 1972, अक्टूबर 1977, फरवरी 1985, अक्टूबर 1991, दिसंबर 1992, अगस्त 2011 और नवंबर 2012 संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष रहा है। बतौर अध्यक्ष रहते हुए महीने के लिए एजेंडा तय करना, महत्वपूर्ण बैठकों को आयोजित और अन्य संबंधित मुद्दों का समन्वय करना होता है।

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