न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): हाल ही में कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी राजेश तिवारी ने खुलासा किया कि प्रियंका गांधी वाड्रा आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों (UP Legislative Assembly Election) के लिए कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री पद का चेहरा होगी। उनके मुताबिक उत्तर प्रदेश की जनता उन्हें बतौर मुख्यमंत्री देखना चाहती है साथ ही विधानसभा चुनाव भी उनकी अगुवाई में ही लड़ा जायेगा।
चुनावों की रणनीति का खुलासा करते हुए राजेश तिवारी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश की सभी विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों को खड़ा करेगी। प्रदेश की जनता के साथ-साथ कांग्रेसी कार्यकर्ता (Congress worker) और समस्त पदाधिकारी भी प्रियंका गांधी वाड्रा को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं।
राजेश तिवारी ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस 403 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों को उतारेगी। साथ ही कांग्रेस की समाजवादी पार्टी या किसी दूसरे राजनीतिक दल से मौजूदा हालातों में गठजोड़ के लिये बातचीत नहीं चल रही है। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के चला पदाधिकारियों को बूथ लेवल तक अपनी मजबूत पकड़ बनाने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के तर्ज पर जहां कांग्रेस पार्टी 15 सालों तक सत्ता से बेदखल रही बाद में बूथ स्तर पर मजबूती के कारण मिली सफलता से आज वो सत्ता में काबिज है, ठीक इसी तरह का पॉलिटिकल एक्सपेरिमेंट (Political Experiment) उत्तर प्रदेश में भी किया जाएगा
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के 100 से ज्यादा कांग्रेसी पदाधिकारी पिछले 3 दिनों से छत्तीसगढ़ में बूथ लेवल मजबूत करने का विशेष प्रशिक्षण ले रहे हैं। इस विशेष ट्रेनिंग में उन्हें बूथ मैनेजमेंट, इलेक्शन कैंपेनिंग (Booth Management, Election Campaigning) और कांग्रेस के इतिहास के बारे में खास जानकारी दी जा रही है। प्रशिक्षण सत्र में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी यूपी कांग्रेस पदाधिकारियों को खास टिप्स दिये।
इस मामले पर राजेश तिवारी ने मीडिया को बताया कि रायपुर के निरंजन धर्मशाला में मास्टर ट्रेनरों को बूथ मैनेजमेंट की विशेष ट्रेनिंग दी जा रही हैय़ 5 दिनों तक चलने वाले इस ट्रेनिंग कैंप में बीते बुधवार (4 अगस्त 2021) देर शाम प्रियंका गांधी ने भी वर्चुअल तौर पर अपनी मौजूदगी दर्ज करायी। इस दौरान प्रियंका गांधी ने प्रशिक्षण सत्र के विषयों, ट्रेनिंग के तौर तरीकों और ट्रेनिंग ले रहे कांग्रेसी पदाधिकारियों (Congress office bearers) से फीडबैक लिया। ट्रेनिंग लेने के बाद ये पदाधिकारी मास्टर ट्रेनर (Master Trainer) कहलायेगें और उत्तर प्रदेश में ब्लाक स्तर, जिला और विधानसभा स्तर पर सभी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए तैयार करेंगे