न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): पश्चिम बंगाल पुलिस ने आज (17 अगस्त 2021) सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष समेत भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कम से कम 30 कार्यकर्ताओं को ‘युवा संकल्प यात्रा’ (Yuva Sankalp Yatra) से पहले बीजेपी पार्टी कार्यालय के बाहर ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक भाजपा कार्यकर्ताओं (BJP workers) ने इस रैली को आयोजित करने के लिये अधिकारिक मंजूरी नहीं ली थी।
सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) जॉय टुडू ने कहा, “उन्हें इसलिए गिरफ्तार किया गया है क्योंकि उन्होंने युवा संकल्प रैली के लिये जरूरी अनुमति नहीं ली थी।” गिरफ्तारी के तुरंत बाद भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी झड़प हो गयी।
एक दूसरे मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस ने नारायणी सेना के 35 कार्यकर्ताओं को बागडोगरा हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया, जब वे अलीपुरद्वार से भाजपा सांसद और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय में केंद्रीय राज्य मंत्री जॉन बारला की अगवानी करने के लिये हवाई अड्डे पर इकट्ठे हुए थे।
इसी मुद्दे पर दार्जिलिंग से बीजेपी सांसद और राष्ट्रीय युवा मोर्चा के महासचिव राजू बिस्ता (Raju Bista) ने कहा कि, "भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में यात्रा शुरू कर रहे थे। कुल 75 युवा मोर्चा के नेताओं को 75 किमी की शुरुआत करनी थी। पुलिस यात्रा को रोकने की कोशिश कर रही है। ये साफतौर पर दिखाता है कि पश्चिम बंगाल सरकार और राज्य पुलिस राष्ट्र विरोधी (Anti National) है। ये राज्य और देश के लिए चिंताजनक स्थिति है।"
भाजपा सांसद ने इस दिन को 'शर्मनाक' करार दिया। राजू बिस्ता ने दावा किया कि इससे पहले टीएमसी के कई नेताओं ने राज्य पुलिस को बगैर सूचना दिये "खेला होबे" का कार्यक्रम आयोजित किया था, जिसे बाधित नहीं किया गया था। खेला होबे के कार्यक्रम के संचालन के लिए टीएमसी के कम से कम 1000 कार्यकर्ता बिना प्रशासनिक इज़ाजत (Administrative Permission) और सूचना के इकट्ठा हुए थे। लेकिन साथ ही जब भाजपा कार्यकर्ता और उसके नेता देश के सम्मान के लिए कार्यक्रम करना चाहते हैं तो अनुमति नहीं दी जाती है और लोगों को लोगों द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाता है।