न्यूज डेस्क (यामिनी गजपति): DSGMC Elections 2021: हाल ही में पाकिस्तानी कट्टरवादी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) ने लाहौर किले में महाराजा रंजीत सिंह की मूर्ति के साथ बेअदबी करते हुए प्रतिमा को खड़ित कर दिया। इस मामले को लेकर सिख समुदाय समेत पूरे हिंदुस्तान में भारी नाराज़गी का माहौल है। इसी मुद्दे पर शिरोमणि अकाली दल दिल्ली (Shiromani Akali Dal Delhi) ने अपनी चुनावी अभियान को तुरन्त रोक दिया और इस मुद्दे पर सभी पंथक उम्मीदवारों और आला अधिकारियों की इमर्जेंसी मीटिंग बुलाई।
इस मौके पर सफदरजंग इंक्लेव वॉर्ड 36 से शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) के पंथक उम्मीदवार डॉक्टर सरबजीत मिन्हास (Dr. Sarabjit Minhas) ने कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के आलोचना करते हुए कहा कि, हमारे लिये चुनाव से ज़्यादा अहम सिखों का गौरवपूर्ण इतिहास है। इसलिये महाराजा रणजीत की मूर्ति से साथ बेअदबी किसी भी कीमत पर सहन नहीं की जायेगी। शिरोमणि अकाली दल दिल्ली ने सम्पर्कों का इस्तेमाल करके अपनी नाराज़गी पाक के आला अधिकारियों तक पहुँचा दी है। आगे की कार्रवाई के तहत हम लोग दिल्ली में पाक उच्चायुक्त को ज्ञापन सौंपेगें। इसके साथ ही पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और पाकिस्तानी सूचना और प्रसारण मंत्री चौधरी फवाद हुसैन तक हम अपने डिप्लौमैटिक चैनलों की मदद से अपनी बात पहुँचायेगें।
इसी क्रम में डॉक्टर मिन्हास ने अपने चुनावी क्षेत्र सफदरजंग इंक्लेव वॉर्ड 36 में सिख कौम के वरिष्ठ लोगों से इस मामले पर रायशुमारी की और टीएलपी के खिलाफ पनपी लोगों की जनभावनाओं के मद्देनज़र पाकिस्तान के सामने विरोध ज़ाहिर करने का भरोसा भी दिया। गौरतलब है कि इस काम के लिये डॉक्टर मिन्हास अपने निजी सम्पर्कों को इस्तेमाल करेगें।
इमर्जेंसी मीटिंग में शामिल सभी लोगों ने एक सुर में इस घटना की निंदा की और मामले पर विरोध ज़ाहिर करने के लिये दिल्ली में पाक उच्चायुक्त में ज्ञापन सौंपने की बात पर आम सहमति बनी। इस मौके पर परमजीत सिंह सरना (Paramjit Singh Sarna) ने कहा कि- लाहौर किले में महाराजा रंजीत सिंह की प्रतिमा का खंड़ित किया जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इस घटना से ना सिर्फ सिख समुदाय बल्कि पूरे हिंदुस्तान का भावनायें आहत हुई है। महाराजा रंजीत सिंह सिख अस्मिता के प्रतीक पुरूष (Man Of Sikh Identity) होने के साथ अखंड भारत के जननायक है। मीटिंग के एजेंडे में हमने पाक हाई कमीश्नर के सामने अपना विरोध ज़ाहिर करने की रणनीति तय की है।
गौरतलब है कि ये खब़र सामने आते ही दिल्ली के सभी वॉर्डों के पंथक उम्मीदवारों को तुरन्त उनके वॉर्डों से बुलाया गया। इस दौरान सभी लोगों ने पाकिस्तानी हाई कमीश्नर को दिये जाने वाले ज्ञापन की रूपरेखा पर भी खुली चर्चा की। इस बीच ट्रैडीं न्यूज से खास बातचीत करते हुए हरविंदर सिंह सरना (Harvinder Singh Sarna) ने कहा कि- प्रधानमंत्री इमरान खान ने श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर खोलकर शानदार शुरूआत की थी। अमन, चैन और भाईचारे की शानदार मिसाल पेश की, लेकिन उनके मुल्क में पनप रही कट्टरपंथी ताकतें सिखों के शौर्यपूर्ण इतिहास का पचा नहीं पा रही है। इमरान खान को ऐसी दहशतगर्द ताकतों के खिलाफ मोर्चा खोलकर मज़बूत ज़वाब देना चाहिये।
इस मौके पर युवा पंथक उम्मीदवार गुरूप्रीत सिंह निक्कू (Yuva Panthak candidate Gurpreet Singh Nikku) ने दावा किया कि, तहरीक-ए-लब्बैक की ये हरकत बेहद कायराना है। नफरती कट्टरपंथी ताकतें अमन और चैन के नाम से डरती है। महाराज रणजीत की मूर्ति के साथ हुई बेअदबी से हिंदुस्तान के सभी युवा सिखों में भारी रोष है। हम इस मामले की भत्सर्ना करते है। जल्द ही इस मामले में शिरोमणि अकाली दल दिल्ली वाज़िब कदम उठाकर अपना गुस्सा ज़ाहिर करेगी।