न्यूज डेस्क (निकुंजा वत्स): आज शाम दिल्ली सिख गुरूद्वारा मैनेजमेंट कमेटी का चुनाव (DSGMC Elections) प्रचार थम जायेगा। जहां कई पंथक उम्मीदवारों को अपना प्रचार करने के काफी जद्दोजहद का सामना करना पड़ रहा है, वहीं सफदरजंग एंक्लेव वॉर्ड नंबर 36 में डॉक्टर सरबजीत मिन्हास के पक्ष में माहौल बनता दिख रहा है। डॉक्टर मिन्हास की सादगी, साफ सुथरी छवि और लंबे अनुभव के कारण इलाके की संगत उन्हें खासा पसंद कर रही है। चुनाव प्रचार के दौरान हर जगह और हर चौखट पर संगत ने उनका खुल दिल से स्वागत करते हुए उनमें भरोसा जताया।
सफदरजंग एंक्लेव वॉर्ड नंबर 36 की संगत ने एकजुट और एकमत होकर डॉक्टर सरबजीत मिन्हास (Dr. Sarabjit Minhas) के पक्ष में वोट डालने का मन बना लिया है। हाल ही में परमजीत सिंह सरना, हरविंदर सिंह सरना और डॉक्टर सरबजीत मिन्हास ने अफगान सिखों (Afghan Sikhs) की सकुशल वापसी और भारतीय नागरिकता (Indian citizenship) दिलाने के मुद्दे पर जिस तरह से अपना पक्ष साफ करते हुए वाज़िब कार्रवाई को भरोसा दिया, उससे पूरी दिल्ली की सिख कौम (Sikh community) खासा प्रभावित है।
इलाके की सिख संगत का मानना है कि डॉक्टर मिन्हास सेवा का मौका देकर गुरूद्वारा कमेटी में पारदर्शिता और बेहतर मैनेजमेंट (Transparency and better management in Gurudwara committee) लाया जा सकता है। इसी क्रम में शिरोमणि अकाली दल दिल्ली के आला नेता परमजीत सिंह सरना और हरविंदर सिंह सरना डॉक्टर मिन्हास की हौंसला अफजाई करने सफदरजंग एंक्लेव वॉर्ड नंबर 36 में पहुँचे। मौके पर मौजूद रजिन्दर पाल बेवंत और एसएस संधू ने भी इलाके की संगत से डॉक्टर मिन्हास के पक्ष में वोटिंग की अपील की।
गौरतलब है कि इलाके में चुनाव प्रचार शुरू होने के साथ ही संगत शिरोमणि अकाली दल बादल के दाग़ी उम्मीदवार (Corrupt Candidate) से दूर बनाते हुए दिखी। कई लोगों का मानना है कि मनजिंदर सिरसा और उनके समर्थित चुनावी उम्मीदवार विश्वास की भारी कमी से जूझ रहे है। ऐसे में उनके पक्ष में वोट डालने का सवाल ही नहीं उठता है।
हाल ही में गुरूद्वारा कमेटी के फंड़ों में गब़न करने के आरोपों में मनजिंदर सिरसा के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी (Lookout notice issued against Manjinder Sirsa) किया गया। सिरसा की अगुवाई में कई भष्ट्र और दाग़ी उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा गया। जिसके बाद शिरोमणि अकाली दल बादल का संगत के बीच जनाधार और समर्थन खोता हुआ दिख रहा है। दूसरी ओर नारायणा विहार में परमजीत सिंह चंडोक के समर्थक भी शराब बांटते हुए पाये गये, जिसके बाद दिल्ली के सभी वॉर्डों की संगत शिरोमणि अकाली दल (बादल) के पंथक उम्मीदवारों से दूरी बनाते हुए दिख रही है। कुछ इसी तर्ज पर मंजीत सिंह जीके और उनकी पार्टी जागो को लेकर भी संगतों में अविश्वास का भाव बना हुआ है। मंजीत सिंह जीके के खिलाफ भी दिल्ली पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज की गयी थी।