एजेंसियां/न्यूज डेस्क (गंधर्विका वत्स): Taliban: कई अफगानी मीडिया रिपोर्टों में दावा किया जा रहा है कि एक भारतीय कॉर्डिनेटर (Indian Coordinator) के अपहरण के बाद से अफगानिस्तान में 150 भारतीय लापता हैं। हालांकि तालिबान के प्रवक्ता अहमदुल्ला वसीक ने इस रिपोर्ट का खंडन किया है। ताजा अपडेट्स के मुताबिक 150 भारतीय नागरिकों को पासपोर्ट की जांच के बाद रिहा कर दिया गया और वे काबुल हवाई अड्डे पर वापस जा रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक इससे पहले भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के एक ट्रांसपोर्ट विमान ने शनिवार (21 अगस्त 2021) को काबुल हवाईअड्डे से हिंदू और सिख समुदायों के जन प्रतिनिधि और कुछ प्रतिष्ठित अफगान नेताओं (Eminent Afghan Leaders) समेत 85 भारतीयों के साथ उड़ान भरी है। सूत्रों के मुताबिक भारतीय वायुसेना का सी-130जे परिवहन विमान ईंधन भरने के लिये ताजिकिस्तान में उतरा और इसके शनिवार शाम को गाजियाबाद के हिं डन वायुसेना स्टेशन में इसके पहुंचने की संभावना है।
सूत्रों ने आगे कहा कि तालिबानी आंतकी मिलिशिया अफगान (Militia Afghan) जन प्रतिनिधियों को भारतीय वायुसेना की उड़ान में चढ़ने से रोक सकते थे, इसलिये इस एयरलिफ्ट की कवायद को पूरी तरह गुप्त रखा गया। इसे तब तक गुप्त रखा गया जब तक कि विमान ने अफगानिस्तान से उड़ान नहीं भर ली।
काबुल हवाई अड्डे पर भारी भीड़ के कारण भारतीय वायुसेना का विमान उड़ान के लिये मंजूरी का इंतजार कर रहा था क्योंकि कई देशों ने अपने नागरिकों को निकालने के लिये अपने सैन्य विमान (Military Aircraft) काबुल भेजे हैं।
इस मामले पर एक अधिकारी ने बताया कि, अमेरिकी सुरक्षा बलों ने हवाई अड्डे को अपने हाथों में ले रखा है। अमेरिकी सैनिक ही फ्लाइट मैनेजमेंट (Flight Management) का सारा काम कर रहे है। भारी भीड़ के बीच उड़ान का स्लॉट तैयार करना और सही सलामत वहां से उड़ान भरकर निकलना अमेरिकी अथॉरिटियों (American Authorities) के लिये बड़ी चुनौती है।