न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): हाल ही में एक अफगान सिख सीनेटर (Afghan Sikh senator) नरेंद्र सिंह खालसा काबुल (Kabul) से भारत आने के बाद काफी भावुक दिखे। भारतीय वायु सेना द्वारा 168 अफगानी लोगों को भारत लाया गया। लैंडिंग के बाद उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े और जब उनसे अफगानिस्तान के ज़मीनी हालातों के बारे में पूछा गया तो वो रूआंसे हो गये और कहा कि, “मुझे रोना आ रहा है … पिछले 20 सालों में जो कुछ भी बनाया था वो सब अब तबाह हो गया है। अब कुछ नहीं बचा है।”
अफगानिस्तान में अराजकता और तनावपूर्ण सुरक्षा स्थिति के बीच अमेरिकी सेना की निगरानी में उड़ान भर सुबह भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) का सी-17 ग्लोबमास्टर आज (22 अगस्त 2021) 107 भारतीयों समेत 168 यात्रियों को लेकर नई दिल्ली पहुँचा। राष्ट्रपति अशरफ गनी (President Ashraf Ghani) के अफगानिस्तान से भाग जाने के बाद तालिबान के हाथों में सत्ता आ चुकी है। गनी ने कहा था कि खून खराबे से बचने के लिये उन्होनें देश छोड़ना उचित समझा।
तालिबान के कब्जे के बाद से हजारों अफगान नागरिक अफगानिस्तान से भागने की कोशिश में बेताब काबुल हवाई अड्डे पर जमा हो गये हैं। भारत ने अपने फंसे हुए नागरिकों को वहां निकालने के लिये काबुल से रोजाना दो उड़ानों को मंजूरी दी है। इससे पहले भारत ने IAF के दो C-17 हैवी ट्रांसपोर्ट विमानों (heavy transport planes) को काबुल में अपने दूतावास से 200 लोगों, भारतीय दूतों और अन्य कर्मचारियों को निकाला है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने अफगानिस्तान में सहायता की जरूरत वाले सभी भारतीय नागरिकों के लिये संपर्क नंबर भी जारी किये है। जो कि ये हैं:
फोन नंबर: +91-11-49016783, +91-11-49016784, +91-11-49016785