हरियाणा में कानूनी अधिकारियों की नियुक्ति में हुई भारी धांधली

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– कैप्टन जी.एस. राठी
सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता

ना खर्ची,ना पर्ची

हरियाणा सरकार (Haryana Government) ने प्रदेश में 90 कानून अधिकारियों (Law officers) की नियुक्ति (Appointment) के लिए लिस्ट जारी की है। मेहनतकश और होनहार आम उम्मीदवार (Common candidate) बस देखता रह गया और 90 कानूनी अधिकारियों के पद पर नेताओं, अधिकारियों और जजों के बच्चों और रिश्तेदारों की नियुक्ति कर दी गई । इस लिस्ट में स्व. सुषमा स्वराज (Late. Sushma Swaraj) की बेटी बांसुरी स्वराज (Bansuri swaraj), जुलाना से पूर्व विधायक परमिंद्र ढुल के बेटे रविंद्र ढुल, विधायक रामकुमार गौतम के बेटे रजत गौतम, पंचकूला में एडिशनल जज (Additional Judge) की पत्नी को भी कानून अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया गया है।

वहीं चंडीगढ़ बीजेपी के अध्यक्ष अरूण सूद की पत्नी अंबिका सूद को भी एडिशनल एडवोकेट जनरल (Additional Advocate General) सहित पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में सीनियर जज राजीव शर्मा की बेटी त्रिशांजली शर्मा और जेजेपी के प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह के बेटे की भी नियुक्ति हुई है।

हरियाणा के पूर्व डीजीपी यशपाल सिंघल की बेटी महिमा यशपाल सिंघल, हरियाणा के जींद से विधायक कृष्ण मिड्ढा का रिश्तेदार पंकज मिड्ढा, बीजेपी नेता बच्चन सिंह आर्य के बेटे रणबीर आर्य, रिटायर्ड जज टीपीएस मान के रिश्तेदार संदीप सिंह मान, रिटायर्ड जज एसके मित्तल के रिश्तेदार संजय मित्तल को भी कानूनी अधिकारी के पद पर नियुक्त किया गया है।

हरियाणा सरकार की तरफ से नियुक्त किये गये, ये 90 कानून अधिकारी पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में सरकार की पैरवी करेंगे। इनमें 22 एडिशनल एडवोकेट जनरल (22 Additional Advocate General), 28 डिप्टी एडवोकेट जनरल (28 Deputy advocate general) और 28 असिस्टेंट एडवोकेट जनरल (28 Assistant Advocate General) हैं। वहीं सुप्रीम कोर्ट में पैरवी के लिए आठ एडिशनल एडवोकेट जनरल  (8 Additional Advocate General) की भी नियुक्ति की गई है।

गरीब आदमी के होनहार बच्चे केवल मेहनत करते रहेंगे और नेताओं के बच्चे ,रिश्तेदार मलाई खाते रहेंगे।

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