न्यूज डेस्क (मृत्युजंय झा): सूत्रों के मुताबिक लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के सांसद चिराग पासवान आज (8 सितंबर 2021) राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव से मिलने वाले हैं। हाल ही में चिराग पासवान ने उन्हें अपने पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) की पहली पुण्यतिथि के मौके आयोजित एक कार्यक्रम में आमंत्रित किया।
बिहार चुनाव के बाद बुधवार को चिराग पासवान और तेजस्वी यादव (Chirag Paswan and Tejashwi Yadav) पहली बार मिल रहे हैं। राजनीतिक तौर पर ये पुण्यतिथि कार्यक्रम काफी अहम होगा क्योंकि ये ऐसे वक़्त में आयोजित किया जा रहा है जब चिराग पासवान अपने चाचा पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) के साथ अपने पिता की विरासत के दावे को लेकर तीखे विवाद के बीच उपजा हैं।
लोजपा का गठन साल 2000 में पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने किया था। बिहार की राजनीति के दिग्गज नेता पासवान का अक्टूबर 2020 में निधन हो गया था। लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान के छोटे भाई और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने पांच अन्य सांसदों के साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) से मुलाकात की थी और चिराग पासवान को पार्टी प्रमुख के पद से हटाने की मांग करते हुए उन्हें एक पत्र सौंपा था।
ओम बिड़ला ने पारस को निचले सदन में लोजपा के फ्लोर लीडर के तौर पर मंजूरी दे दी थी। जिसके बाद लोकसभा सचिवालय ने पार्टियों के फ्लोर नेताओं की एक संशोधित सूची जारी की। इस संशोधित लिस्ट में पारस को लोकसभा लोजपा नेता के रूप में सूचीबद्ध किया गया था।
चिराग पासवान को एनडीए द्वारा दरकिनार कर दिया गया और उनके चाचा पशुपति पारस ने केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ ली। इसके बाद चिराग ने अपने राजनीतिक भविष्य को सुरक्षित करने के मकसद से बिहार में आशीर्वाद यात्रा के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया।
लोजपा में सत्ता की खींचतान के बीच राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने बीते अगस्त महीने के दौरान कहा था कि वो चाहते हैं कि चिराग पासवान और तेजस्वी यादव एक साथ मिलकर गठबंधन करें। इससे पहले तेजस्वी यादव ने चिराग को विपक्ष से हाथ मिलाने के लिये भी बुलाया था। चिराग पासवान कई मौकों पर तेजस्वी यादव को अपना 'छोटा भाई' भी कह चुके हैं।