न्यूज डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): दिल्ली पुलिस ने जम्मू-कश्मीर के एमएलसी (MLC of Jammu and Kashmir), ट्रांसपोर्टर और नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) के नेता त्रिलोचन सिंह वजीर की मौत के मामले में हत्या का केस दर्ज किया है, हाल ही में उनका क्षत-विक्षत शव पुलिस ने गुरुवार को दिल्ली के बसई दारापुर के एक फ्लैट से बरामद किया गया था।
मामले के बारे में पत्रकारों से बात करते हुए डीसीपी पश्चिमी दिल्ली उर्वीजा गोयल (DCP West Delhi Urvija Goyal) ने कहा कि, “मृतक की पहचान त्रिलोचन सिंह वजीर पुत्र सरदार गुरबख्श सिंह उम्र 69 वर्ष जम्मू निवासी के तौर पर हुई है। वो 2 सितंबर को दिल्ली आये थे। यहां से वो अपने परिवार से मिलने के लिये कनाडा जाने वाले थे। उनकी 3 सितंबर को तय थी लेकिन इससे पहले ही उनकी कथित हत्या कर दी गयी।
गोयल ने आगे कहा कि वजीर का शव क्षत-विक्षत अवस्था में मिला था और उनकी मौत के कारणों की अभी पुष्टि नहीं हुई है। ये पोस्टमार्टम के बाद ही साफ हो पायेगा क्योंकि लाश पूरी तरह से सड़ चुकी है। हमें जम्मू पुलिस से सूचना मिली थी कि दिल्ली में वो त्रिलोचन सिंह (Trilochan Singh) हरप्रीत सिंह फ्लैट में रहते थे। हरप्रीत सिंह ने उनके परिवार को कनाडा में फोन कर बताया कि फ्लैट में एक लाश पायी गयी है, जिससे उनका परिवार चिंतित हो गया। कनाडा में रहने वाले परिवार के सदस्यों ने बताया कि फ्रैंकफर्ट में पूरे परिवार को 72 घंटे के लिये क्वारंटाइन किया गया है।
जब वजीर तय समय के बाद कनाडा नहीं पहुंचा तो उसके परिवार को शक हुआ और उन्होनें जम्मू पुलिस को जानकारी दी जिसने दिल्ली पुलिस को तुरन्त सूचित किया। गोयल ने बताया कि हरप्रीत सिंह वज़ीर को अच्छे से जानता था और दोनों के बीच अच्छे तालुक्कात थे। फिलहाल हरप्रीत सिंह (Harpreet Singh) फरार है और उसका नंबर स्विच ऑफ जा रहा हैं।
पुलिस ने कहा कि त्रिलोचन का शव पश्चिमी दिल्ली के बसई दारापुर में एक आवासीय परिसर की तीसरी मंजिल से बरामद किया गया। डीसीपी उर्वीजा गोयल ने कहा कि, "उनका शव फ्लैट में बेडरूम से जुड़े वॉशरूम से मिला। हम सभी एंगल्स से मामले की जांच कर रहे हैं। हमने धारा 302 (हत्या) के तहत एफआईआर दर्ज की है।"
पुलिस ने मौके से फोरेंसिक टीम की मदद से सैंपल्स इकट्ठे किये हैं, फिलहाल पुलिस सीसीटीवी फुटेज (CCTV Footage) तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। इस बीच वजीर के भाई भूपिंदर सिंह जो उनकी मौत की खबर सुनकर दिल्ली पहुंचे उन्होने कहा कि उन्हें जानकारी मिली थी कि सियासी रंजिश के कारण उनके भाई की हत्या की जा सकती है। सिंह ने कहा, "जब हम यहां पहुंचे तो हमें पता चला कि मेरे भाई जो एक राजनीतिक पद पर थे, राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के कारण वो मारे गये होंगे।"