Hindi Diwas 2021: हिन्दी दिवस के अवसर पर जाने इसका इतिहास और महत्त्व

न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): Hindi Diwas: हिंदी दुनिया भर में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है। रिपोर्टों के अनुसार दुनिया भर में 420 मिलियन से ज़्यादा लोग पहली भाषा के तौर पर हिंदी ही बोलते हैं और लगभग 120 मिलियन लोग इसे दूसरी भाषा के रूप में बोलते हैं। हिंदी पूरी तरह से भाषा के इतिहास का एक बेहद अहम हिस्सा है।

इस भाषा की सुंदरता का जश्न मनाने के लिए हर साल 14 सितंबर को पूरे देश में हिंदी दिवस मनाया जाता है। हिंदी दिवस या हिंदी दिवस को संचार के माध्यम (Means Of Communication) और भाषा के व्यापक उपयोग के रूप में हिंदी के महत्व को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है।

महात्मा गांधी के अनुसार हिंदी जनता की भाषा है। कई विशेषज्ञों और राष्ट्रों ने भी हिंदी को दुनिया की सबसे खूबसूरत और जटिल भाषाओं में से एक के रूप में मान्यता दी है। हिंदी दिवस 2021 पर यहां आपको इस दिन के इतिहास और महत्व के बारे में जानने की जरूरत है।

Hindi Diwas 2021: इतिहास और महत्व

14 सितंबर 1949 वो दिन था जब भारत की संविधान सभा (Constituent Assembly of India) ने देवनागरी लिपि (Devnagari Script)  में लिखी गयी हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक के रूप में स्वीकार किया। पहला हिंदी दिवस 14 सितंबर, 1953 को मनाया गया, जब इस दिन को आधिकारिक तौर पर मान्यता दी गयी थी।

हिंदी को देश की आधिकारिक भाषा बनाने के लिये कवियों, राजनेताओं, कार्यकर्ताओं और लेखकों सहित कई उल्लेखनीय हस्तियों द्वारा प्रयास किये गये। भारत की प्रशासन प्रक्रिया को सरल बनाने के लिये इसे अंततः देश की आधिकारिक भाषाओं (Official Languages) में से एक के रूप में मान्यता दी गयी, जो कि कई भाषाओं का देश है।

प्रत्येक वर्ष हिंदी दिवस मनाने का अर्थ और उद्देश्य हमारे दैनिक जीवन में एक भाषा के रूप में हिंदी के महत्व को चिह्नित करना है। कई लोग सालों से ये तर्क देते रहे हैं कि हिंदी देश की राष्ट्रभाषा (National Language) होनी चाहिए, और सभी आधिकारिक संचार के लिये अंग्रेजी के स्थान पर इसका उपयोग किया जाना चाहिए।

ये माना जाता है कि एक भाषा के रूप में अंग्रेजी हमारे देश में हिंदी के बजाय अधिक महत्व रखती है। इस प्रकार देश के युवाओं को हिन्दी भाषा की ओर ध्यान आकर्षित करने और भाषा को बढ़ावा देने के लिये हर साल हिंदी दिवस मनाया जाता है।

हिंदी दिवस आमतौर पर देश के युवाओं के बीच भाषा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिये स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में मनाया जाता है। इस दौरान कई मजेदार और शैक्षिक गतिविधियों (Educational Activities) का आयोजन किया जाता है, जो छोटे बच्चों के बीच हिंदी को और अधिक रोचक बनाता है।

मंत्रालयों, विभागों, नागरिकों संस्थानों, राष्ट्रीयकृत बैंकों और अन्य सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों (पीएसयू) को भी भाषा के रूप में हिंदी को बढ़ावा देने और उनके प्रयासों को देखते हुए उनकी हौंसलाअफजाई की जाती है जिसके तहत उन्हें राजभाषा कीर्ति पुरस्कार और राजभाषा गौरव पुरस्कार (Rajbhasha Gaurav Award) जैसे पुरस्कार दिये जाते हैं।

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