न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने बीते शुक्रवार (17 सितंबर 2021) को एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया, जिसने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (Social Media Platform) पर लोगों को कथित तौर पर फंसाया और उपहार भेजने के बहाने उनसे पैसे ठगे। दिल्ली पुलिस द्वारा साझा की गयी जानकारी के मुताबिक, रितु नाम की एक महिला ने रानी बाग थाने में शिकायत दर्ज करायी, जिसमें उसने आरोप लगाया कि उसकी यूके के जेम्स नाम के एक व्यक्ति से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन चैटिंग (Online Chatting) के माध्यम से दोस्ती हो गयी।
शिकायतकर्ता ने दावा किया कि जेम्स ने उसे उपहार भेजने के नाम पर कस्टम एजेंट (Custom Agent) को 60,000 रुपये का भुगतान करने की बात कहीं। कथित शख़्स जेम्स ने महिला को कहा कि उपहार की सीमा शुल्क निकासी के लिये रकम का भुगतान करना बेहद जरूरी है। जब पीड़ित महिला ने राशि का भुगतान किया, तब भी उसे कोई सामान नहीं भेजा गया।
पुलिस द्वारा की गयी जांच के दौरान ये सामने आया कि शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि दामोदर नामक शख़्स ने दिल्ली के नांगलोई इलाके के एक निवासी के नाम खाते में राशि ट्रांसफर की थी। हालांकि वेरिफिकेशन करने पर पता लगा कि खाते से जुड़ा पता फर्जी था।
आगे की जांच करने के बाद और टैक्निकल और मानवीय खुफ़िया जानकारी के आधार पर पुलिस ने दामोदर (28) को ट्रैक किया और उसे उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। दामोदर के साथी रहमत खान (34) को भी बरेली से गिरफ्तार किया गया।
आरोपी द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक गिरोह ने सोशल मीडिया पर काल्पनिक नामों और विदेशी नागरिकों के विवरणों के आधार पर कई फर्जी प्रोफाइलें (Fake Profiles) बना रखी है और वो लोग रैंडम तरीके से लोगों को दोस्ती के झांसे में फंसाते थे। जो कि उनके तयशुदा षड्यंत्र का हिस्सा था।
कुछ दिनों की चैट के बाद आरोपी सोशल मीडिया मित्र को कुछ उपहार आइटम भेजने का वादा करते और पीड़ित को काल्पनिक सीमा शुल्क समाशोधन एजेंट (गिरोह का एक अन्य सदस्य) का फोन आता है, जो दावा करते कि उपहार पैकेज उनके नाम जारी किया गया है। सीमा शुल्क (Custom duty) की राशि का भुगतान करने के बाद उन्हें गिफ्ट दे दिया जायेगा।
इस मामले में कथित बैंक खाते में 21 जुलाई से देश के विभिन्न हिस्सों से लगभग 31,20,000 रुपये का लेन-देन हुआ और मौजूदा हालातों में पुलिस को ये खाता खाली मिला। इसी मामले से जुड़ा एक अन्य खाता केरल में भी पाया गया। दिल्ली पुलिस ने केरल पुलिस से अनुरोध कर उस खाते में भी लेन-देन पर रोक लगवा दी। गिरोह के दो अन्य सदस्य और सह आरोपी रियासत और सोमपाल फिलहाल फरार हैं। आगे की जांच और बाकी के आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।