नई दिल्ली (शौर्य यादव): Kisan Andolan: केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे आज 40 से ज़्यादा किसान संघों से जुड़ी संस्थायें संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा बुलाये गये भारत बंद (Bharat Bandh) को आज सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक लागू करेगी। राष्ट्रव्यापी हड़ताल के हिस्से के तौर पर सैकड़ों किसानों ने दिल्ली को हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों से जोड़ने वाले NH 1 समेत कुछ प्रमुख हाइवे को ज़ाम कर दिया।
एसकेएम ने बीते रविवार (26 सितंबर 2021) को सभी देशवासियों से देशव्यापी हड़ताल (Nationwide Strike) में शामिल होने का आग्रह करते हुए शांतिपूर्ण विरोध का आह्वान किया था। हालांकि आज सड़कें बंद रहेंगी, लेकिन जरूरी और आपातकालीन सेवाओं को आम लोगों के लिये जारी रखा जायेगा। मसलन एम्बुलेंस, सब्जी और दूध के वाहन अपने सामान्य समय के अनुसार चलेंगे। इसके साथ ही अस्पताल, डॉक्टर के क्लीनिक, मेडिकल स्टोर खुले रहेंगे।
बंद के दौरान सभी सरकारी और निजी कार्यालय बंद रहेंगे। एसकेएम (संयुक्त किसान मोर्चा) ने एक बयान में कहा कि अन्य प्रतिष्ठान जैसे स्कूल, गैर-जरूरी दुकानें, उद्योग और व्यावसायिक प्रतिष्ठान (Commercial Establishment) बंद रहेंगे, जबकि सार्वजनिक कार्यक्रम और समारोह नहीं होंगे।
सेंट्रल ट्रेड यूनियन जिन्हें कई बार एसोसिएशनों का समर्थन हासिल है, ऑल इंडिया लॉयर्स यूनियन (All India Lawyers Union) की स्थानीय इकाइयां पिछले साल 27 सितंबर को पारित किये गये केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ आज सुबह 11 बजे जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करेंगी।
तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, केरल, पंजाब, झारखंड और आंध्र प्रदेश जैसे कई राज्यों ने किसानों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल को अपना समर्थन दिया है। जिन राजनीतिक दलों ने किसानों द्वारा बुलाये गए भारत बंद को अपना समर्थन दिया है, वे हैं: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, अखिल भारतीय फॉरवर्ड ब्लॉक, क्रांतिकारी सोशलिस्ट पार्टी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी, जनता दल (सेक्युलर), झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय जनता दल, स्वराज इंडिया बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, तेलुगु देशम पार्टी, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम, शिअद-संयुक्त और युवाजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी इत्यादि।