न्यूज़ डेस्क (नई दिल्ली): संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा बुलाए गए अखिल भारतीय भारत बंद (Bharat Band) से पूरे देश की रफ्तार थमी हुई दिखाई दी। दिल्ली एनसीआर समेत देश के कई हिस्सों में कथित किसानों ने भारत बंद के नाम पर जबरन कारोबारी गतिविधियों और ट्रैफिक को रोक कर कानून व्यवस्था को ध्वस्त की पूरी कोशिश की। राकेश टिकैत (Rakesh Tikait), गुरुनाम चढूनी, योगेंद्र यादव और मेधा पाटकर की अगुवाई में कथित आंदोलनकारी किसानों ने अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचाया।
किसानों द्वारा बुलाए गये भारत बंद की राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन के अध्यक्ष रामनिवास यादव (Ramniwas Yadav) ने बर्फीला की और कहा कि- किसान हितैषी कृषि बिलो के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा और विपक्ष की राजनैतिक पार्टियों द्वारा बुलाया गया भारत बंद पूरी तरह अराजकता का शिकार हो गया। जिस तरह से संयुक्त किसान मोर्चा के नेता एवं विपक्षी पार्टी मिलकर पंजाब हरियाणा, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, झारखण्ड, केरल, तमिलनाडु, एवं महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में सड़क जाम करके आम जनता से अभद्रता कर रहे है वो पूरी तरह से गलत है। ये वही प्रदेश है जहां विपक्ष की सरकार है, इसी प्रकार बिहार में राष्ट्रीय जनता दल और वामपंथी संगठनों ने अराजकता फैलाई।
रामनिवास यादव ने आगे कहा कि, समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और नेता उत्तर प्रदेश में भी दो तीन जगहों पर अराजक आंदोलन किया। जिस तरह पूरे देश में संयुक्त किसान मोर्चा ने किसानो के नाम पर कथित किसान आंदोलन विपक्ष के कुछ राजनैतिक दलों के साथ सांठ-गांठ करके किसानों को मोहरा बनाकर कर अपनी राजनैतिक रोटियां सेक रहे है, वो बहुत ही दुर्भाग्य पूर्ण है और देश के किसानों को बदनाम करने की बहुत बड़ी साजिश है। अब यह कथित किसान आंदोलन सयुंक्त किसान मोर्चा का न होकर विपक्ष की राजनैतिक पार्टियों का आंदोलन हो गया।
भारत बंद के मौके पर रामनिवास यादव और उनकी यूनियन के समर्थकों ने संयुक्त किसान मोर्चा के मौजूदा रवैये पर गहरा रोष जाहिर किया। इसी क्रम में राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन के कई लोगों ने सोशल मीडिया समेत सड़कों पर कथित आंदोलनकारी किसानों के खिलाफ मोर्चा खोला और दावा किया कि विपक्षी पार्टियों ने किसानों को बरगला कर अपने हाथों की कठपुतली बना लिया है, जिसकी मदद से राष्ट्र विरोधी और वामपंथी टॉपर खुलेआम देश की छवि खराब कर रही है।
इसी मुद्दे पर किसान आंदोलन (Kisan Andolan) को विपक्ष की नापाक साजिश करार देते हुए राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन के अध्यक्ष रामनिवास यादव ने कहा कि, जिस प्रकार कथित किसान आंदोलन के नाम पर पूरे देश में अराजकता फैलाने का काम किया जा रहा है। इससे एक बात साफ़ हो जा रही है की ये कथित अंदोलन के आड़ में राजनैतिक पार्टियां अपना एजेंडा और नैरेटिव चलाने में सफल हो गयी है। जिसमे सयुंक्त किसान मोर्चा सिर्फ मोहरा बना है। इस कथित किसान आंदोलन में वहीं सब शामिल हो रहे जो जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने पर और देश में CAA, NRC लागू करने पर जिन तत्वों ने अराजकता फैला कर देश की राजधानी दिल्ली को आग लगाकर दंगा फैलाकर कई लोगो की जाने ले ली थी। आज वही संगठन कथित किसान आंदोलन में शामिल होकर अराजकता फ़ैलाने का काम कर रहे है। इससे एक बात साफ़ होती जा रही है कि किसान हितैषी कृषि बिल तो बहाना है असली काम दंगे कराकर अराजकता फैलाना है। इन लोगों के अराजक कृत्य को राष्ट्रीय अन्नदात यूनियन कभी सफल नहीं होने देगी। इस कथित किसान आंदोलन को बेनकाब करके रहेगी।