न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): बीते शनिवार (2 अक्टूबर 2021) को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने कहा कि लालू प्रसाद यादव को नई दिल्ली में ‘बंधक’ बनाया गया। तेज प्रताप यादव ने पटना में एक कार्यक्रम में कहा कि, “महीने पहले जमानत मिलने के बावजूद, मेरे पिता को अभी भी नई दिल्ली में बंधक बनाया जा रहा है।”
तेज प्रताप यादव ने आगे कहा कि पार्टी में कुछ लोग राजद सुप्रीमों (RJD supremo) बनने का “सपना” देख रहे हैं। उन्होनें आगे कहा कि, मेरे पिता की तबीयत ठीक नहीं है और मैं भी कोई दबाव नहीं बनाना चाहता। वो कई तरह की बीमारियों से पीड़ित हैं। पार्टी में लोग राजद का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का सपना देख रहे हैं। मेरे पिता को जेल से बाहर आये लगभग एक साल हो गया है, लेकिन उन्हें वहीं (दिल्ली) रोक दिया गया है।”
उन्होंने आगे कहा कि, "मैंने अपने पिता से बात की और मैनें उन्हें पटना में मेरे साथ रहने और पार्टी के संगठन की देखभाल करने के लिए कहा, वो पटना में रहते थे तो हमारे घर के दरवाज़े उनकी अगुवाई में सभी के लिये खुले रहते थे। जहां वो आम जनता से मिलते थे। उनकी समस्यायें सुनकर उनकी दरख्वास्त लिया करते थे।
राजद की अंदरूनी कलह पर उन्होनें कहा कि, मेरे पिता बीमार है। पार्टी में 4-5 लोग हैं जो राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष (National President) बनने का सपना देख रहे हैं। उनका नाम लेने की जरूरत नहीं है क्योंकि ये सभी को पता है। उन्हें लगभग एक साल पहले जेल से रिहा किया गया था लेकिन अभी भी उन्हें ज़बरन गैरकानूनी तरीके से बंधक बनाया जा रहा है।
तेज प्रताप का बयान ऐसे वक़्त में सामने आ रहा है, जब तेजस्वी यादव के साथ उनके तल्ख तेवर सामने आ रहे है। बीते अगस्त महीने के दौरान राजद का सिंहासन हासिल करने के लिये दोनों के बीच सत्ता संघर्ष देखा गया। उस दौरान तेजस्वी ने तेज प्रताप को अनुशासन बरतने की नसीहत दी थी।