धर्म डेस्क (नई दिल्ली): दशहरा (Dussehra) जिसे विजयदशमी के रूप में भी जाना जाता है, एक प्रमुख हिंदू त्योहार है जो नवरात्रि के अंत का प्रतीक है। साल 2021 में दशहरा 15 अक्टूबर शुक्रवार को मनाया जाएगा।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार विजय मुहूर्त दोपहर 2:02 बजे शुरू होगा और दोपहर 2:48 बजे तक चलेगा। अपर्णा पूजा का मुहूर्त दोपहर 1:16 बजे शुरू होगा और दोपहर 3:34 बजे समाप्त होगा।
दशमी तिथि 14 अक्टूबर 2021 को शाम 6:52 बजे शुरू होगी और 15 अक्टूबर 2021 को शाम 6:02 बजे समाप्त होगी।
इस पर्व को भगवान राम की रावण (Ravan) पर विजय के रूप में मनाया जाता है। यह राक्षस महिषासुर पर देवी दुर्गा की विजय का भी जश्न मनाता है। इस दिन, 'शमी पूजा', 'अपराजिता पूजा' और 'सीमा हिमस्खलन' कुछ ऐसे अनुष्ठान हैं जो अपराहन के समय किए जाते हैं। कई जगहों पर इस दिन रावण के पुतले जलाए जाते हैं, जो बुराई के विनाश का प्रतीक हैं, साथ ही आतिशबाजी भी करते हैं।
उसी अवसर पर, बंगाली बिजॉय दशमी (Vijay Dashmi) मनाते हैं जो दुर्गा पूजा के दसवें दिन का प्रतीक है। इस दिन, देवी की मूर्तियों को जुलूस में ले जाया जाता है और नदी में विसर्जित किया जाता है। विवाहित महिलाएं भी एक-दूसरे के चेहरे पर सिंदूर लगाती हैं, जबकि अन्य बधाई का आदान-प्रदान करती हैं और जश्न मनाती हैं।