न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में कथित तौर पर किसानों को गाड़ी द्वारा कुचलने के मामले में आज (04 अक्टूबर 2021) राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन अध्यक्ष राम निवास यादव ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इस मामले की निंदा की और साथ ही सभी मृतक किसानों (Deceased Farmers) और मृतक भाजपा कार्यकर्ताओं को एक-एक करोड़ रूपये मुआवज़े के साथ पीड़ित परिवार के घरों के एक सदस्यों को सरकारी नौकरी देने की मांग की। साथ ही उन्होनें योगी सरकार से घटना के दोषियों के खिलाफ NSA लगाकर गिरफ्तार करने की अपील भी की।
लखीमपुर खीरी की हिंसक घटना में मारे गये किसानों और भाजपा कार्यकर्ताओं (BJP workers) के परिजनों के प्रति संवेदना ज़ाहिर करते हुए उन्होनें कहा कि जिस कथित किसान आन्दोलन के नाम पर हिंसा की जा रही है और किसान आन्दोलन की आड़ में निर्दोष किसानों एवं भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की गयी है वो किसी बड़ी साजिश का हिस्सा है। किसान आन्दोलन तो सिर्फ एक बहाना है इन लोगों का असल मकसद राज्य और देश में अराजकता फैलाकर उत्तर प्रदेश को जलाना है।
उन्होनें किसान आंदोलन और विपक्ष के गठजोड़ पर कहा कि, किसान नेता और इनके षड़यंत्र में शामिल विपक्षी पार्टियाँ कुछ हद तक सफल हो गयी। जिस पर केंद्र और योगी सरकार को तत्काल प्रभाव से कार्यवाही कर इनको बेनकाब करना चाहिये ताकि असली किसान बदनाम न हो।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं और विपक्ष की राजनैतिक पार्टियों की आलोचना करते हुए उन्होनें कहा कि जिस तरह विपक्ष के सभी राजनैतिक दल लखीमपुर जाना चाहते है, क्या उन लोगों में इसी तरह का उतावलापन पश्चिम बंगाल में जाने का था? जहां सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं की राजनैतिक हत्यायें की गयी। सियासी रोटी सेंकने वाले लोग आज लखीमपुर में निर्दोष किसान और भाजपा कार्यकर्ताओं की लाशों पर राजनीति करना चाह रहे है। प्रदेश में अराजकता फैलाकर किसानों को बदनाम कर रहे है। मोदी और योगी सरकार से राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन मांग करती है कि ऐसे तत्वों से सरकार सख्ती से निपटे और गिरफ्तार कर दोषियों को जेल भेजे क्योकि ये लोग देश का माहौल खराब कर पंजाब चुनावों से पहले बिगड़ी अपनी राजनैतिक परिस्थितियों को ठीक करना चाह रहे है। प्रदेश को जलाकर कथित किसान आन्दोलन के नाम पर राजनैतिक फायदा पंजाब में उठाना चाह रहे है। ऐसे तत्वों को राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन बेनकाब करेगी।