न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): Indian Army: ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के जश्न के हिस्से के तौर पर आजादी के बाद अपने पहले युद्ध में इंडियन ऑर्मी की ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाने के लिये चिनार कोर्प्स (Chinar Corps) ने ऐतिहासिक ‘शालतेंग की लड़ाई’ (Battle Of Shalteng) को याद करने के लिये एक अनूठे लाइट एंड साउंड शो का आयोजन किया।
इस लाइट एंड साउंड शो के जरिये ‘शालतेंग की लड़ाई’ में शहीद हुए ज़वानों को याद किया जायेगा। उनके अनन्य बलिदान की गाथाओं को आम लोगों के बीच ले जाया जायेगा। इस कवायद में बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के साथ ही जम्मू-कश्मीर के लोगों के अमूल्य योगदान को भी याद किया जायेगा जिन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों (Indian Armed Forces) के साथ मिलकर पाकिस्तानी सेना (Pakistani Army) को हराने के लिये लड़ाई लड़ी।
इस कार्यक्रम को चिनार कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे (Chinar Corps Commander Lt Gen DP Pandey) समेत कई अन्य नागरिक और सैन्य गणमान्य व्यक्तियों को एक साथ मंच पर देखा गया। कार्यक्रम में बोलते हुए लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे ने कहा कि "इस ऑपरेशन की सफलता कश्मीरियों की मदद और बहादुरी के बिना मुमकिन नहीं होती। ये कश्मीर के लोगों और भारतीय सेना द्वारा संयुक्त रूप से हासिल की गयी जीत थी।"
पांडे ने आगे कहा कि, "बीते 75 सालों से आज तक जो कुछ भी हुआ उसकी कहानी बताना हमारे लिये काफी अहम है। भारतीय सेना का संदेश पूरी तरह साफ है कि भारतीय सेना और कश्मीर के लोग एक साथ खड़े हैं। इस कार्यक्रम से कुछ घंटे पहले चिनार कोर्प्स ने कश्मीरियों (Kashmiris) और भारतीय सेना के बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने 7 नवंबर 1947 को शालतेंग की निर्णायक लड़ाई में अपने प्राणों की आहुति दी थी।