न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): बेंगलुरू के कृषि मेले (Krishi Mela in Bengaluru) में एक सांड 1 करोड़ रुपये की भारी कीमत पर बेचा गया, और उसका सीमन 1000 रुपये प्रति डोज पर बेचा गया। बेंगलुरू में कृषि मेले में इस बार सबके लिये आकर्षण का केंद्र था 1 करोड़ रुपये की कीमत वाला सांड। इस सांड की कीमत भारत बिकने वाले सांड के मुकाबले बेहद ज़्यादा थी।
कृष्णा नाम के तीन साल के सांड ने इस साल के कृषि मेले में अपनी चौंकाने वाली महंगी की वज़ह से सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। कृषि मेले में सांड का अच्छे से तैयार कर उसे गहनों से सजाया गया था। मेले में आने वाले ज़्यादातर लोग उसकी नस्ल और खूबियों के बारे में जानने में काफी दिलचस्पी लेते हुए दिखे।
बोरेगौड़ा जो कि कृष्णा सांड के मालिक हैं, उन्होनें बताया कि ये सांड हल्लीकर नस्ल (Hallikar breed) का है, जो “सभी नस्लों की माँ” है। सांड के मालिक ने भी इसके सीमन की चौंकाने वाली कीमत का खुलासा करते हुए कहा कि खास नस्ल के कारण मौजूदा वक़्त में इसके सीमन का मांग काफी ज़्यादा है।
सीमन की ज़्यादा मांग और ज़्यादा कीमत के कारण इसे 1000 रुपये प्रति डोज रखा गया है। कृष्ण न सिर्फ अपनी ऊंची कीमत के कारण बल्कि अपनी नस्ल और ताकत की वज़ह से भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। किसानों के साथ साथ वेटरनरी डॉक्टर्स (Veterinary Doctors) भी उसे काफी दिलचस्पी लेते हुए दिखे।
बेंगलुरु में चार दिवसीय कृषि मेला इस साल काफी खास माना जा रहा है क्योंकि इसका उद्घाटन एक आदिवासी महिला (Tribal Woman) ने किया था, जो अब आधुनिक खेती कर लोगों को प्रेरित कर रही है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Chief Minister Basavaraj Bommai) गैरमौजूदगी में स्थानीय प्रशासन के निर्देशों पर आदिवासी महिला से महिला का उद्घाटन करवाया गया। स्थानीय प्रशासन का मानना है कि इससे आम लोगों के बीच एक अच्छा संदेश जायेगा।