न्यूज डेस्क (वृंदा प्रियदर्शिनी): Kisan Andolan: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत आज (28 नवंबर 2021) आजाद मैदान में ‘किसान-मजदूर महापंचायत’ में शामिल होने मुंबई पहुंचे। संयुक्त शेतकारी कामगार मोर्चा (SSKM) के बैनर तले 100 से ज़्यादा किसान संगठनों द्वारा इस ‘महापंचायत’ की मेजबानी की जा रही है।
इस महापंचायत में एमएसपी की कानूनी गारंटी (Legal guarantee of MSP), बिजली संशोधन विधेयक को वापस लेने, वायु गुणवत्ता प्रबंधन अधिनियम से दंडात्मक कार्रवाइयों को हटाने, चार श्रम संहिताओं को निरस्त करने, राष्ट्रीय संसाधनों के निजीकरण का खात्मा करने, डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस सिलिंडर की कीमतों को आधा करने से जुड़ी मांगे उठायी जायेगी। इस मौके पर 29 नवंबर को होने वाले संसद मार्च (Parliament March) को स्थगित करने के एसकेएम के फैसले के बारे में पूछे जाने पर, टिकैत ने कहा कि “जब से सरकार ने एक कदम पीछे लिया है, हमने भी एक कदम पीछे ले लिया है।”
बता दे कि किसान 26 नवंबर, 2020 से दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। बीते हफ्ते प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐलान किया था कि केंद्र सरकार इस महीने के आखिर में शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र (Winter Session) में कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिये आवश्यक विधेयक लायेगी। प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के नये ढांचे पर काम करने के लिये एक विशेषज्ञ समिति (Expert Committee) का गठन करेगी।
कृषि कानून निरस्तीकरण विधेयक, 2021 को पेश करने और पारित करने के लिये सूचीबद्ध किया गया है। ये केंद्र सरकार के एजेंडे में शामिल 26 नये विधेयकों का हिस्सा है।