न्यूज डेस्क (यामिनी गजपति): पेशेवर नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म लिंक्डइन (linkedin) ने आज (2 दिसंबर 2021) को हिंदी में यूजर इंटरफेस पेश किया, जिसका मकसद वैश्विक स्तर पर 600 मिलियन हिंदी भाषा बोलने वालें लोगों तक सीधी पहुँच बनाना है। इस लॉन्च दूसरा उद्देश्य भाषायी बाधाओं को दूर करना है। भारत और दुनिया भर में हिंदी बोलने वालों को पेशेवर और नेटवर्किंग के अवसरों तक ज़्यादा पहुंच प्रदान करना है। हिंदी के लॉन्च के साथ लिंक्डइन अब वैश्विक स्तर पर 25 भाषाओं में उपलब्ध है।
इस मामले पर आशुतोष गुप्ता, इंडिया कंट्री मैनेजर लिंक्डइन ने कहा कि- हमने पिछले साल में भारी तादाद में जुड़ाव और सदस्यता में इज़ाफा देखा है, और ये इस रोमांचक मोड़ पर है कि हम वर्क फोर्स (work force) के हर सदस्य को पर्याप्त आर्थिक अवसर मुहैया करवाना चाहते है। हिंदी बोलने वालों के लिये भाषायी बाधाओं को दूर करने के जुड़ी समस्यायों पर हम लगातार काम कर रहे है।
गुरुवार से हिंदी में लिंक्डइन के पहले चरण के रोल-आउट के हिस्से के तौर पर सब्सक्राइबर अपने फीड, प्रोफाइल, जॉब, मैसेजिंग तक पहुंच सकेंगे और डेस्कटॉप और अपने एंड्रॉइड समेत आईओएस फोन पर हिंदी में कॉन्टेंट बना सकेंगे। अगले कदम के तौर लिंक्डइन बैंकिंग और सरकारी नौकरियों समेत कारोबार जगत में हिंदी भाषी पेशेवरों (Hindi speaking professionals) के लिये उपलब्ध नौकरी के अवसरों को व्यापक बनाने की दिशा में काम करेगा। ये प्लेटफॉर्म आने वाले हफ्तों में हिंदी में सदस्यों की भागीदारी और बातचीत को बढ़ावा देने के लिये और ज़्यादा हिंदी पब्लिशर्स और कॉन्टेंट क्रियटर्स (Hindi Publishers and Content Creators) को जोड़ना जारी रखेगा।
डेस्कटॉप पर यूजर्स को अपने लिंक्डइन होमपेज (linkedin homepage) के ऊपर बने मी' आइकन पर क्लिक करना होगा और 'सेटिंग्स और गोपनीयता' का चयन करना होगा। सदस्यों को फिर बाईं ओर 'खाता प्रेफरेंसिस' पर क्लिक करना होगा, 'साइट प्रेफरेंसिस' को सिलेक्ट करना होगा, 'भाषा' के आगे 'बदलें' पर क्लिक करना होगा, और ड्रॉप-डाउन सूची से 'हिंदी' का चयन करना होगा।
भारत लिंक्डइन में करियर ऑप्शंस (career options) को आगे बढ़ाने में मजबूत टूल के तौर पर काम कर रहा है। अमेरिका के बाद यूजर्स के मामले में भारत लिंक्डइन के लिये दूसरा सबसे बड़ा बाज़ार है। इससे करीब 800 मिलियन लोग जुड़े हुए है।
विकास के लिए एक प्रमुख बाजार है और अमेरिका के बाद सदस्यों के मामले में दूसरा सबसे बड़ा बाजार है, जो 800 मिलियन सदस्यों के वैश्विक समुदाय के हिस्से के रूप में 82 मिलियन सदस्यों के लिए जिम्मेदार है। कंपनी का दावा है कि पिछले तीन वर्षों में भारत के सदस्य आधार में 20+ मिलियन की वृद्धि हुई है (वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि 15 प्रतिशत) और इसने महामारी के बाद से मंच पर जुड़ाव और बातचीत में वृद्धि देखी है।