एजेंसियां/न्यूज डेस्क (गंधर्विका वत्स): सियालकोट (Sialkot) में अब तक 124 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जब फैक्ट्री के कर्मचारियों और लोगों की भीड़ ने एक कारखाने के श्रीलंकाई एक्सपोर्ट मैनेजर (Sri Lankan Export Manager) की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी और उसकी लाश को जला दिया था। जियो न्यूज के मुताबिक पुलिस ने शनिवार रात (4 दिसंबर 2021) सियालकोट में श्रीलंकाई फैक्ट्री मैनेजर दियावदनागे डॉन नंदश्री प्रियंता की पीट-पीट कर हत्या करने के मामले में पांच और संदिग्धों को गिरफ्तार किया।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि, “इस भीषण हत्याकांड में अब तक 13 मुख्य संदिग्धों समेत कुल 124 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। पुलिस सभी गिरफ्तार संदिग्धों को अदालत में पेश करेगी ताकि हत्या के मामले में पूछताछ के लिये उन्हें रिमांड लिया जा सके।”
वारदात वजीराबाद रोड इलाके की है। डॉन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक कथित तौर पर निजी कारखानों के कर्मचारियों ने कारखाने के श्रीलंकाई एक्सपोर्ट मैनेजर पर हमला किया था और उसकी हत्या कर उसकी लाश को मौके पर ही जला दिया गया था। इंटरनेट पर घूम रहे कई वीडियो में बड़ी तादाद में लोगों की भीड़ दिखायी दे रही है।
श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे (Sri Lankan Prime Minister Mahinda Rajapaksa) ने भी पाकिस्तान में श्रीलंकाई नागरिक की पीट-पीट कर हत्या किये जाने पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि वो "पाकिस्तान में चरमपंथी भीड़" द्वारा प्रियंता दियावदाना पर "क्रूर और घातक हमले" को देखकर हैरान हैं। राजपक्षे ने एक ट्वीट में कहा कि, "मेरी हार्दिक दिली संवेदनायें उनकी पत्नी और परिवार के साथ है।"
कई रिपोर्टों के मुताबिक 1987 से आज तक हिंदू, ईसाई, शिया और अहमदिया मुसलमानों जैसे धार्मिक अल्पसंख्यकों (Religious Minorities) के खिलाफ पाकिस्तान में हजारों ईशनिंदा मामले दर्ज किये गये हैं। पाकिस्तान में भारी तादाद में ईशनिंदा (Blasphemy) के ऐसे मामले अभी भी इंसाफ की दरकार में लंबित पड़े हुए है।