न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): हाल ही में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहारनपुर (SSP Akash Tomar) के देखरेख में जिला स्वॉट टीम ने साल 1995 से फरार चल रहे आरोपी शाहनवाज को जम्मू-कश्मीर में धरदबोचा। आरोपी जमानत के बाद लगातार 26 सालों से फरार चल रहा था। उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत मामला चल रहा था।
हत्या के आरोप में वो कोर्ट में अभियुक्त के तौर पर विचाराधीन था। सहारनपुर एसएसपी का कार्यभार संभालते ही आरोपी शाहनवाज आकाश तोमर की निगाहों में चढ़ चुका था। मामले में कड़ी दर कड़ी जोड़ते हुए सहारनपुर पुलिस आखिरकर इंटेलीजेंस यूनिट और जम्मू-कश्मीर पुलिस (Intelligence Unit and Jammu and Kashmir Police) की मदद से आरोपी तक पहुँच गयी। फरारी के दौरान पुलिस ने शाहनवाज उर्फ जनरल पर पच्चीस हज़ार रूपये नकद का ईनाम घोषित किया था। अभियुक्त की गिरफ्तारी स्वॉट टीम ने अनंतनाग जिले के लाल चौक से की। फरारी के दौरान पुलिस ने शाहनवाज उर्फ जनरल पर पच्चीस हज़ार रूपये नकद का ईनाम घोषित किया था। अभियुक्त की गिरफ्तारी स्वॉट टीम ने अनंतनाग जिले के लाल चौक से की। इसके साथ ही शाहनवाज लंबा अपराधिक इतिहास रहा है।
बताया जा रहा है कि आरोपी शाहनवाज को पकड़ने की मुहिम खुफ़िया इनपुट्स और टैक्निकल सर्विलांस (Intelligence Inputs and Technical Surveillance) की मदद से शुरू की गयी। जिसे जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ रियल टाइम में साझा किया गया। अभियुक्त की पहचान पुख़्ता होने पर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने तुरन्त सहारनपुर पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद स्वॉट टीम (SWAT team) को मौके पर रवाना कर दिया। शख़्स और इलाके की निशानदेही कर ज़्वॉइंट ऑप्रेशन (Joint Operation) में शाहनवाज को धरदबोचा गया। अब जल्द ही एसएसपी तोमर के फीडबैक और पेशेवर तर्जुबें के बुनियाद पर अभियुक्त के खिलाफ सख़्त से सख़्त धाराओं के तहत मामला दर्ज कर चार्जशीट (Charge Sheet) तैयार की जायेगी। साथ ही न्यायालय में पुराने मामले को दुबारा खोलने की अर्जी भी सहारनपुर पुलिस देगी।
इसके साथ ही सहारनपुर पुलिस ये भी खंगाल रही है कि बीते 26 सालों के दौरान आरोपी शाहनवाज (Accused Shahnawaz) के तालुक्कात किसी आंतकी संगठन (Terrorist Organization) से तो नहीं रहे?