नई दिल्ली (एंटरटेनमेंट डेस्क): ये कहना गलत नहीं होगा कि रणवीर सिंह (Ranveer singh) हाल के समय के सबसे बहुमुखी अभिनेताओं में से एक हैं। असल में उन्होंने अपने बोल्ड और खास ब्लॉकबस्टर सिनेमाई ऑप्शनशंस के जरिये एक तरह से सिनेमा को आकार दिया है जैसा कि हम आज जानते हैं।
‘बैंड बाजा बारात’ (‘Band Baaja Baaraat’) से शुरूआत करके उन्होनें ‘राम लीला’ ‘बाजीराव मस्तानी’ और ‘पद्मावत’ में उनके अलाउद्दीन खिलजी में उनके किरदार ने फैंस के दिल में खास जगह बनायी है। ‘गली बॉय’ ने उनके करियर को एक्सट्रा माइलेज दिया। और अब ’83’ में प्रतिष्ठित लिविंग लेजेंड कपिल देव (Iconic Living Legend Kapil Dev) का किरदार निभाते हुए, रणवीर ने फिल्म के बाद अपनी क्षमता को नया आयाम दिया।
खुद पॉलिश करने में उन्होनें कोई कसर नहीं छोड़ी। और जबकि वो कर्मिशियली काफी कामयाब और समीक्षकों से लगातार तारीफें हासिल करने के बाद अभी भी उनके पास राष्ट्रीय पुरस्कार (National Award) नहीं है। इसी मुद्दे पर उन्होनें प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि- “मैं ये बहुत सुन रहा हूं। अब हमारे पास सोशल मीडिया है … आप वो हासिल कर सकते हैं जो लोगों के बीच सोशल मीडिया के जरिया गूँज रहा हैं, और मैं इसे बहुत सुन रहा हूँ। मैं हर उस चीज़ का जायजा लेता हूँ जो हर कोई कहता है। 83 के लिये बहुत से लोग ये कह रहे हैं और अगर ऐसा होता है तो मैं विनम्रता के साथ इसका स्वागत करूंगा।”
रणवीर ने कहा कि, “ऐसा कहने के बाद, अतीत में ऐसी कई मिसाल हैं जहां मुझे लगा कि मैं दौड़ में हूं या जहां मैं कैडिंडेट हो सकता था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उसके बाद मैं एक तरह के एसेसमेंट में गया जहां मैं चीजों के नतीज़ों से खुद को अलग करना शुरू कर दिया। मैंने वैल्यू के साथ साथ फोकस पर ध्यान लगाना शुरू कर दिया।”
उन्होनें आगे दावा किया कि अगर उन्हें 83 के लिये नेशनल अवॉर्ड मिलता है तो वो इसे खुशी के साथ कबूल करेगें। इसके साथ ही उनका हौंसला और बेहतर करने के लिये बढ़ेगा। अवॉर्ड उनके लिये मोटिवेशनल फोर्स होगा। रणवीर ने आगे कहा कि बतौर अभिनेता मुझे इन अद्भुत किरदारों को निभाने और इन बेहतरीन फिल्मों का हिस्सा बनने का मौका मिलता है, मेरे लिये ये अपने आप में बड़ा इनाम है।