Pushpraj Jain: जानें सपा नेता पुष्पराज जैन के बारे में, जिनके ठिकानों पर हो रही है धड़ाधड़ छापेमारी

न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): आयकर विभाग ने आज (31 दिसंबर 2021) टैक्स चोरी की जांच के तहत उत्तर प्रदेश में इत्र व्यापारियों और कुछ अन्य से जुड़े लोगों के कई ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान कन्नौज, कानपुर, दिल्ली, सूरत, मुंबई समेत कुछ अन्य ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है और इस कवायद में लगभग 20 ठिकानों को कवर किया जा रहा है।

समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट के जरिये बताया कि उत्तर प्रदेश के कन्नौज में उसके एमएलसी पुष्पराज उर्फ पम्पी जैन (Pushpraj Jain) के ठिकानों पर भी छापेमारी की गयी है।

आखिर कौन है पुष्पराज जैन?

पुष्पराज जैन उत्तर प्रदेश के कन्नौज में इत्र व्यापारी (Perfume Dealer In Kannauj) हैं। परफ्यूम के कारोबार में उनके परिवार का बड़ा नाम है। साठ वर्षीय पुष्पराज जैन की छवि ‘परोपकारी’ और लोगों की मदद करने वाले शख़्स की है। पुष्पराज ने ही अपने पिता के व्यवसाय को संभाला है।

पुष्पराज ने अपनी शुरुआती पढ़ाई कन्नौज से पूरी की। पम्मी जैन के नाम से भी जाने जाने वाले पुष्पराज ने कन्नौज के स्वरूप नारायण इंटरमीडिएट कॉलेज से 12वीं की पढ़ाई पूरी की। फिर वो अपने पिता के इत्र कारोबार में शामिल हो गये और न सिर्फ भारत में बल्कि दुनिया भर के कई देशों में इस कारोबार को बढ़ाया भी।

पुष्पराज जैन प्रगति अरोमा ऑयल डिस्टिलर्स प्राइवेट लिमिटेड (Pragati Aroma Oil Distillers Pvt Ltd) के सह-मालिक हैं। इत्र का कारोबार उनके पिता सवाईलाल जैन ने साल 1950 में शुरू किया था। पुष्पराज और उनके तीन भाई कारोबार को मैनेज करते हैं और कन्नौज में एक ही घर में एक साथ रहते हैं। उनके तीन में से दो भाई मुंबई ऑफिस में काम करते हैं जबकि तीसरा उनके साथ कन्नौज में एक मैन्युफैक्चरिंग सेट-अप पर काम करता है।

पुष्पराज जैन का समाजवादी पार्टी से नाता

पुष्पराज जैन साफ छवि वाले नेता और कारोबारी हैं क्योंकि उनके खिलाफ कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। वो लंबे समय से समाजवादी पार्टी (सपा) से जुड़े रहे हैं, लेकिन सक्रिय तौर पर अखिलेश यादव ने उन्हें राजनीति में पेश किया। सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के कन्नौज से सांसद चुने जाने के बाद से ही वो सपा के करीब हो गये।

मुलायम सिंह यादव की कन्नौज की राजनीतिक विरासत को अखिलेश यादव ने संभाला और उन्हें लोकसभा सांसद के रूप में चुना गया। इसके बाद अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की कन्नौज के सभी इत्र व्यापारियों और नेताओं से नजदीकियां बढ़ गयी। साल 2012 में जब अखिलेश यादव राज्य के मुख्यमंत्री बने तो पुष्पराज से उनके रिश्ते और भी मजबूत हो गये।

साल 2016 में पम्मी जैन बने एमएलसी

साल 2016 में अखिलेश यादव ने पुष्पराज जैन को इटावा-फर्रुखाबाद (Etawah-Farrukhabad) से विधान परिषद का चुनाव लड़ने के लिये टिकट दिया और जैन सभी यादव और शाक्य समुदाय (Yadav and Shakya community) के दावेदारों को हराकर एमएलसी बनने के लिये निर्विरोध जीत गये। फिर भी पुष्पराज को उच्च सदन में भेज दिया गया। उनका कार्यकाल मार्च 2022 में खत्म हो रहा है।

समाजवादी इत्र किया लांच

पुष्पराज जैन हाल ही में समाजवादी परफ्यूम पेश कर सुर्खियों में आये थे। इस परफ्यूम को अखिलेश यादव ने एसपी कार्यालय में लॉन्च किया था। इस मौके पर सपा सुप्रीमो ने कहा कि ये परफ्यूम 2022 में नफरत की खुशबू को खत्म कर समाजवादी खुशबू लायेगा और लोगों में भाईचारा बढ़ायेगा।

दूसरी ओर पुष्पराज जैन ने कहा कि करीब चार महीने में बनने वाले परफ्यूम को तैयार करने के लिये दो वैज्ञानिकों की सलाह ली गयी। उन्होंने ये भी जिक्र किया कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक इस तरह के 22 इत्र इस्तेमाल किये जा रहे है। इसके इस्तेमाल से लोगों को समाजवादी सुगंध और कन्नौज की मिट्टी की सुगंध मिलेगी।

क्या है पुष्पराज जैन का कारोबार?

एमएलसी पुष्पराज जैन न सिर्फ कन्नौज में बल्कि मुंबई में अपने घर और ऑफिस से भी अपना बिजनेस चलाते हैं। यहां से परफ्यूम बड़े पैमान पर मध्य पूर्व के 12 देशों को एक्सपोर्ट किये जाते हैं। वो कन्नौज में एक पेट्रोल पंप और कोल्ड स्टोरेज के भी मालिक हैं, जो कि उनके बुनियादी ढांचे के कारोबार से जुड़े हुए हैं।

साल 2016 में चुनावी हलफनामे के मुताबिक पुष्पराज और उनके परिवार के पास 37.15 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 10.10 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है।

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