न्यूज डेस्क (मातंगी निगम): हाल ही में दिल्ली सरकार ने दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) के स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज की नयी गर्वनिंग बॉडी का गठन किया। जिसमें कई पेशेवर लोगों को शामिल किया गया। इन्हीं लोगों में शामिल है आशु बिधूड़ी। पेशे से अधिवक्ता आशु बिधूड़ी (Advocate Ashu Bidhuri) बेहद साधारण किसान परिवार से आते है। उनका परिवार जिला बुलन्दशहर गिरिधरपुर नवादा से तालुक्क रखता है। काफी सामान्य पृष्ठभूमि होने के बाद वो लगातार संघर्ष करते हुए इस मुकाम पर पहुँचे है।
गरीब और जरूरतमंदों की हर वक्त मदद को तैयार रहने वाले आशु बिधूड़ी दिल्ली विश्वविद्यालय की लॉ फैकल्टी (Law Faculty of Delhi University) के छात्र रहे है। उन्होनें लंबा समय बतौर पैरालीगल वॉलंटियर दिल्ली राज्य विधिक सेवायें प्राधिकरण (Delhi State Legal Services Authority-DSLSA) के साथ काम किया है। जिसके लिये उन्हें साल 2021 के दौरान अन्तर्राष्ट्रीय न्याय दिवस के मौके पर जस्टिस कंवलजीत अरोड़ा ने सम्मानित किया।
बता दे कि आशु बिधूड़ी ने अपनी कानूनी पढ़ाई का फायदा आम लोगों तक मुफ़्त में पहुँचाया। कोरोनाकाल के दौरान उन्होनें बढ़ चढ़कर लोगों तक मुफ़्त कानूनी सलाह (Free Legal Advice) पहुँचायी। एलएलबी की पढ़ाई के दौरान मानवाधिकारों के प्रति जागरूकता और कानून से जुड़ी बुनियादी बातें आम लोगों तक बोलचाल की भाषा में पहुँचायी। कई मौके पर आम लोगों के लिये उन्होनें मुफ़्त में अलग-अलग कानूनी दस्तावेज़ों की ड्राफ्टिंग (Drafting Of Legal Documents) भी की। जिससे लोगों को भारी राहत पहुँची।
इन्हीं सब बातों के मद्देनज़र उनका चयन बतौर गर्वनिंग बॉडी मेंबर (Governing Body Member) के तौर पर हुआ है। माना जा रहा है कि उनकी पेशेवर समझ और मानवीय पहलुओं के प्रति संवेदनशीलता कॉलेज की कार्य प्रणाली को और बेहतर बनायेगा। इसके साथ ही अपने सहज़ स्वभाव की वज़ह वो युवाओं में आसानी से घुलमिल जाते है। इसलिये आने वाले समय कॉलेज की युवा छात्र उनसे बेझिझक मिलकर अपनी समस्यायें भी साझा कर सकेगें। यानि की कुल मिलाकर स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज (Shraddhanand College) के युवा छात्रों को अब रोल मॉडल मिल चुका है।