AIMPLB ने किया मोदी सरकार के सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का विरोध, मुस्लिम छात्रों को कार्यक्रम से दूर रहने की दी हिदायत

न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर स्कूलों में “सूर्य नमस्कार” कार्यक्रम आयोजित करने के केंद्र सरकार के निर्देश का विरोध करते हुए अखिल भारतीय मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (All India Muslim Personal Law Board-AIMPLB) ने कहा है कि ये एक तरह से सूर्य पूजा है, इस्लाम (Islam) में इसकी इज़ाजत नहीं है। बता दे कि ये कार्यक्रम 1 जनवरी से 7 जनवरी के बीच भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य “आजादी का अमृत महोत्सव” के सम्मान में शुरू किया गया है।

बोर्ड के महासचिव मौलाना खालिद सैफुल्ला रहमानी (AIMPLB General Secretary Maulana Khalid Saifullah Rehmani) ने बीते सोमवार (3 जनवरी 2022) को एक खत लिखकर मुस्लिम छात्रों (Muslim students) को सूर्य नमस्कार (Surya Namaskar) कार्यक्रम से दूर रहने को कहा। मौलाना खालिद सैफुल्ला रहमानी ने कहा कि-  हिन्दुस्तान धर्मनिरपेक्ष, बहु-धार्मिक और बहु-सांस्कृतिक मुल्क है। इन्हीं सिद्धांतों के आधार पर हमारा संविधान लिखा गया है, स्कूली पाठ्यक्रम और गैर पाठ्यचर्या (Non Curricular) में भी इसका ध्यान रखने के निर्देश दिये गये हैं। यहां रीति-रिवाज हैं और बहुसंख्यक समुदाय के कर्मकांड (Majority community rituals) सभी धर्मों पर थोपे नहीं जा सकते।”

अपने बयान में उन्होनें आगे कहा कि संविधान हमें सरकारी शिक्षण संस्थानों (Government Educational Institutions) में किसी धर्म विशेष की शिक्षाओं को पढ़ाने या किसी समूह विशेष की मान्यताओं के आधार पर समारोह आयोजित करने की अनुमति नहीं देता है। मौजूदा सरकार धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत (Principles Of Secularism) से भटक रही है और देश के सभी वर्गों पर बहुसंख्यक समुदाय की विचारधारा और परंपरा को थोपने की कोशिश कर रही है। ये देशभक्ति का असंवैधानिक और झूठा प्रचार है।

उन्होंने आगे केंद्र सरकार (Central Government) से संविधान के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों का सम्मान करते हुए आदेश को वापस लेने का आग्रह किया और कहा कि- इस्लाम में सूर्य को देवता के तौर पर पूजा करने की इजाजत नहीं है। इसलिए सरकार को संविधान के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों का सम्मान करते हुए ये फरमान वापस लेना चाहिये। अगर सरकार वास्तव में देश के बारे में चिंतित है तो उन्हें देश की वास्तविक समस्याओं पर ध्यान देना चाहिये जैसे कि बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई, रुपये का गिरता मूल्य, सांप्रदायिक तनाव, देश की सीमाओं की सुरक्षा इत्यादि

बता दे कि 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारत सरकार के सचिव ने शिक्षा मंत्रालय (Ministry of Education) के तहत सभी राज्यों में सूर्य नमस्कार का प्रोजेक्ट चलाने का फैसला किया है, जिसमें 30 हजार स्कूलों को कवर किया जायेगा। पहला चरण के तहत ये कार्यक्रम 1 जनवरी से 7 जनवरी तक प्रस्तावित है। 26 जनवरी को सूर्य नमस्कार पर संगीत कार्यक्रम की भी योजना है।

आयुष मंत्रालय (Ministry of AYUSH) ने योगासन के अभ्यास के जरिये फिटनेस की संस्कृति बनाने और स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने के मकसद से बीते सोमवार (3 जनवरी 2022) को सूर्य नमस्कार कार्यक्रम शुरू किया। केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल (Union Ayush Minister Sarbananda Sonowal) ने कहा कि ये पहल भारत की आजादी के 75 साल “आजादी का अमृत महोत्सव” के सम्मान में की जा रही है। ’75 करोड़ सूर्यनमस्कार चुनौती’ का मकसद सबसे बड़ा सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम बनाना भी है, जिसमें प्रत्येक प्रतिभागी को 21-दिवसीय सूर्य नमस्कार चैलेंजर को पूरा करने पर प्रमाण पत्र भी दिया जायेगा।

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