नई दिल्ली (शौर्य यादव): Prime Minister’s security lapse: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला बीते बुधवार (5 जनवरी 2022) को पंजाब के फिरोजपुर जिले में फ्लाईओवर पर विरोध प्रदर्शन के कारण 15 मिनट से ज्यादा समय तक फंसा रहा। हालांकि हम में से ज्यादातर लोग ये नहीं जानते कि मोगा-फिरोजपुर हाईवे (Moga-Firozpur Highway) पर क्या हुआ, जिसे ‘प्रधानमंत्री की सुरक्षा में बड़ी चूक’ के तौर पर देखा जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक चुनावी रैली को संबोधित करने के लिये सड़क मार्ग से बठिंडा से फिरोजपुर (Bathinda to Firozpur) जाने वाले थे। पिएरेनाना गांव (Pierenana Village) के पास मोगा-फिरोजपुर राजमार्ग बुधवार सुबह करीब 11 बजे तक साफ था, जिसके बाद कुछ किसानों ने विरोध करने का फैसला किया और स्थानीय ग्रामीणों की मदद से सड़क जाम कर दिया।
सुरजीत सिंह फूल (Surjit Singh Phool) की अगुवाई में करीब 50 किसान मौके पर पहुंचे थे। पंजाब पुलिस (Punjab Police) ने उन्हें तितर-बितर करने के लिये बल प्रयोग नहीं किया। खासतौर से चिंता की बात ये थी कि फ्लाईओवर भारत-पाकिस्तान सीमा से सिर्फ 30 किमी दूर है और कुछ प्रदर्शनकारी पीएम के काफिले से 150 मीटर के दायरे में आ गये।
स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (Special Protection Group-SPG) या एसपीजी ने प्रधानमंत्री की गाड़ी को सुरक्षा कवच देने के लिये रणनीतिक रूप से तुरंत अपने वाहन खड़े कर दिये। वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक पंजाब पुलिस ने एसपीजी को सुरक्षा का आश्वासन दिया था कि रास्ता साफ है।
बताया ये भी जा रहा है कि स्पीकर की मदद से आस-पास के ग्रामीणों को हाईवे पर इकट्ठा होने के लिये कहा गया और जल्द ही 150 प्रदर्शनकारी फ्लाईओवर पर मौजूद हो गये। तब तक बठिंडा से प्रधानमंत्री का काफिला सड़क के रास्ते हुसैनीवाला की ओर रवाना हो चुका था। जब पीएम मोदी का काफिला (PM Modi’s convoy) फ्लाईओवर पर पहुंचा तो पाया कि कुछ प्रदर्शनकारियों (Protesters) ने सड़क को जाम कर दिया था, जिसके कारण वो 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर ही फंसे रहे।
इससे पहले भारतीय किसान संघर्ष समिति (Bhartiya Kisan Sangharsh Samiti) ने मंगलवार (4 जनवरी 2022) शाम को रास्ता को जाम कर दिया था। हालांकि बुधवार की सुबह तक इसे साफ कर दिया गया।