नई दिल्ली (ब्यूरो): इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA)की माने तो देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) अपने घातक स्तर तक पहुंच चुका है। आईएमए की कोचीन (Cochin) शाखा के मुताबिक सिर्फ केरला में ही 65 लाख लोगों को कोरोना वायरस से ख़तरा है। केरल (Keral) में हालात काबू से बाहर हो सकते हैं। हालातों को देखते हुए केरल में 2.35 लाख आईसीयू (ICU) की व्यवस्था करनी पड़ेगी। इसके साथ ही आईएमए ने तत्काल केरल के उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की मांग की है। जिसमें सार्वजनिक कार्यक्रमों में भीड़ इकट्ठे होने पर रोक लगाने की मांग की गई है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की कोचीन शाखा के अध्यक्ष डॉ अजय जयदेवन के मुताबिक स्थिति की पूरी समीक्षा करने के बाद जनहित के मद्देनजर न्यायधीश को पत्र लिखा गया है। साथ ही इस बात का भी जिक्र किया गया है, एक संक्रमित व्यक्ति दो से चार व्यक्तियों को बीमार कर रहा है। जिसकी वजह से संक्रमण की दर श्रृंखलाबद्ध तरीके से बढ़ती जा रही है। डॉ अजय जयदेवन ने चिट्ठी में लिखा कि-डायमंड प्रिंसेस क्रूज शिप पर 3700 लोग है जिनमें से 700 लोग वायरस की चपेट में है। यह दिखाता है कि वायरस संक्रमण की दर 19 फ़ीसदी है। जिसका सीधा सा मतलब है कि वायरस से संक्रमित एक व्यक्ति 5 लोगों को संक्रमण दे रहा है। अगर संक्रमण दर यही रही तो मरीजों की संख्या 65 लाख तक हो सकती है। फिलहाल यह दर 15 फ़ीसदी दर्ज की जा रही है। अगर हालात आकलन के मुताबिक रहे तो केरल में 10 दिन के भीतर ही 2,35,125 आईसीयू बेड की व्यवस्था करनी पड़ेगी। 2,27,000 मौतें होने की संभावना है। अगर बेहतर मेडिकल व्यवस्था की जाए तो वायरस के जोखिम को 7 फ़ीसदी की दर पर रोका जा सकता है।
साभार- द न्यू इंडियन एक्सप्रेस